अहमदाबाद। अयोध्या में राम मंदिर सजधज कर तैयार है। 22 जनवरी को इसमें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। राममंदिर के लिए देश और दुनिया में करोड़ों भक्तों ने अपनी क्षमता के मुताबिक दान किया है। राममंदिर के लिए सबसे बड़ा दान सूरत के एक हीरा व्यापारी ने किया है। उन्होंने राममंदिर के लिए 101 किलो सोना भेजा है।
यह दानवीर हैं दिलिप कुमार वी. लाखी जो सूरत की सबसे बड़ी हीरा फैक्ट्रियों में से एक के मालिक हैं। देशगुजरात की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राममंदिर में लगाए गए 14 स्वर्ण जरित द्वार के लिए उन्होंने 101 सोना भेजा है। माना जा रहा है कि रामजन्मभूमि ट्रस्ट को मिला यह सबसे बड़ा दान है।
सोने का उपयोग राम जन्मभूमि मंदिर के दरवाजे, गर्भगृह, त्रिशूल, डमरू और स्तंभों को चमकाने के लिए किया जा रहा है। गर्भगृह के द्वार के साथ-साथ मंदिर के भूतल पर 14 स्वर्ण द्वार लगाए गए हैं। दूसरा सबसे बड़ा दान कथावाचक मोरारी बापू के अनुयायियों ने दिया है। उन्होंने राममंदिर के लिए 16.3 करोड़ रुपए दिए हैं। इनके अलावा सूरत के हीरा कारोबारी गोबिंदभाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपए मंदिर को समर्पित किए। ढोलकिया श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट्स के संस्थापक हैं।
मार्च 2023 तक ही राममंदिर के लिए 3 हजार करोड़ रुपए से अधिक का दान मिल चुका था। मंदिर में अब तक हुए निर्माण पर करीब 1 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। काम पूरा होने तक करीब 300 करोड़ रुपए और खर्च होने का अनुमान है।