नई दिल्ली:अगर आप इनिशियल पब्लिक आफरिंग यानी आईपीओ (IPO) में निवेश की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए इस सप्ताह एक नया मौका आ रहा है। दरअसल, बुधवार 27 अप्रैल को रेनबो चिल्ड्रन मेडिकेयर का आईपीओ निवेश के लिए खुलने जा रहा है। बीएसई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, रेनबो चिल्ड्रन मेडिकेयर आईपीओ सब्सक्रिप्शन 27 अप्रैल 2022 को खुलेगा और निवेशक इस इश्यू में 29 अप्रैल 2022 तक बोली लगा सकेंगे। कंपनी अपने इस इश्यू से 1,595.59 करोड़ रुपये जुटाएगी।
बता दें कि सब्सक्रिप्शन ओपनिंग से पहले ही ग्रे मार्केट ने पब्लिक इश्यू को लेकर प्राइमरी सेंटीमेंट देना शुरू कर दिया है। बाजार के जानकारों के मुताबिक, रेनबो चिल्ड्रन मेडिकेयर के शेयरों ने ग्रे मार्केट में कारोबार करना शुरू कर दिया था। वर्तमान में, रेनबो चिल्ड्रन मेडिकेयर शेयर की कीमत ग्रे मार्केट में ₹52 के प्रीमियम पर बोली जा रही है।
Rainbow Children’s Medicare IPO के बारे में 10 जरूरी बातें-
1. सब्सक्रिप्शन डेट: रेनबो चिल्ड्रन मेडिकेयर आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 27 अप्रैल 2022 को खुलेगा और यह 29 अप्रैल 2022 तक बोली लगाने के लिए खुला रहेगा।
2. IPO प्राइस बैंड: इसका प्राइस बैंड ₹516 से ₹542 प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है।
3. IPO साइज: कंपनी का आईपीओ ₹1,595.59 करोड़ का है।
4. अलॉटमेंट डेट: रेनबो चिल्ड्रेन मेडिकेयर आईपीओ का संभावित अलॉटमेंट डेट 5 मई 2022 है।
5. लॉट साइज: इस इश्यू के लिए एक बोलीदाता इस आईपीओ के एक लॉट के लिए आवेदन कर सकेगा। बता दें कि इस एक लॉट में 27 शेयर शामिल होंगे।
6. आवेदन करने की लिमिट: एक बोलीदाता कम से कम एक लॉट और अधिकतम 13 लॉट के लिए आवेदन कर सकेंगे।
7. आईपीओ लिस्टिंग: इस पब्लिक इश्यू को एनएसई और बीएसई में लिस्ट किया जाएगा।
8. लिस्टिंग की तारीख: रेनबो चिल्ड्रन मेडिकेयर आईपीओ लिस्टिंग की संभावित तारीख 10 मई 2022 है।
9. IPO रजिस्ट्रार: IPO के लिए नियुक्त आधिकारिक रजिस्ट्रार KFin Technologies Limited है।
10. ग्रे मार्केट प्राइस (GMP): बाजार जानकारों के अनुसार, रेनबो चिल्ड्रन मेडिकेयर आईपीओ जीएमपी आज ₹52 है।
क्या करती है कंपनी?
कंपनी 1999 में पहली बार 50 बेड का हाॅस्पिटल हैदाराबाद में बनाई थी। यह मार्केट में बच्चों से जुड़ी सुविधा देने वाली कंपनी के रुप में सक्रिय है। 20 दिसंबर 2021 तक के आंकड़ों के अनुसार Rainbow इस समय 14 हाॅस्पिटल और 3 क्लीनिक का संचालन 6 शहरों में कर रही है। जिसकी कुल क्षमता 1500 बेड्स की है।