अहमदाबाद। कई बार ऐसा होता है कि लोग बनना कुछ चाहते हैं लेकिन मजबूरी में कुछ और काम करना पड़ता है या कई बार लोग अपनी सैलरी और कामकाज के तरीकों से नाखुश होते हैं और हमेशा नौकरी बदलने की सोचते रहते हैं। यह निजी क्षेत्र से लेकर सरकारी क्षेत्र की नौकरियों में भी होता है। ऐसा ही कुछ हुआ है गुजरात के बनासकांठा में एक शिक्षक के साथ जो अपनी नौकरी से खुश नहीं था। एक दिन अचानक वह स्कूल से गायब हो गया और आठ महीने बीत जाने के बाद उसने सीधे अपना इस्तीफा भेज दिया।
34 साल के विपुल पटेल मेहसाणा जिले के विजपुर तालुका के हीरपुरा गांव के निवासी हैं। पटेल ने 2015 में बनासकांठा जिले के भाभर तालुका के सुथार-नेसाडी अपर प्राइमरी स्कूल में नौकरी ज्वाइन की थी। स्कूल के प्रिंसिपल वशराम मकवाना के मुताबिक, वह साइंस और गणित के शिक्षक थे और छठी से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाते थे।
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, पटेल अपनी नौकरी से खुश नहीं थे और अकसर अपने साथी शिक्षकों से अमेरिका चले जाने की बात कहा करते थे। इसके बाद पिछले साल 7 दिसंबर को वह अचानक गायब हो गए। स्कूल ने उन्हें इन आठ महीनों में कई बार नोटिस भेजा लेकिन पटेल ने किसी का भी जवाब नहीं दिया। अचानक, इस साल 17 अगस्त को पटेल का इस्तीफा स्कूल को मिला। इस्तीफे में पटेल ने लिखा था कि वह अब शिक्षक की भूमिका में लौटने में असमर्थ हैं।
स्कूल के प्रिंसिपल ने 18 अगस्त को उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया। पटेल ने एक महीने की बेसिक सैलरी 27,900 रुपये भी शिक्षा विभाग को दी ताकि वह अपने पद से मुक्त हो सकें लेकिन साथी शिक्षकों में इस बात को लेकर खलबली मची हुई थी कि आखिरकार पटेल गए तो कहां गए और उन्होंने नौकरी क्यों छोड़ दी। अगर नौकरी छोड़ी भी तो वह कर क्या रहे हैं?
पटेल बीएससी और बीएड हैं। जिला शिक्षा कार्यालय में एक सूत्र ने बताया कि पटेल अकसर अमेरिका जाने की बात करते थे क्योंकि उनके कई रिश्तेदार वहां काम कर रहे हैं। बाद में पता चला कि सचमुच पटेल अमेरिका ही चले गए हैं। वहां वह एक होटल-मोटल में काम कर रहे हैं, जहां उन्हें 5000 डॉलर यानी 4 लाख रुपये की सैलरी मिलती है। उस पगार के सामने शिक्षक का वेतन बहुत छोटी रकम है। पटेल के एक रिश्तेदार ने बताया कि जब वह महीने के चार लाख रुपये कमा रहे हैं तो यहां कुछ हजार की नौकरी करने क्यों आएंगे?
हाल ही में गुजरात विधानसभा में एक डेटा रखा गया जिसमें कहा गया है कि पूरे गुजरात से 134 शिक्षक लापता हैं। अकेले बनासकांठा जिले से 12 शिक्षक लापता हैं, जिनमें एक पटेल भी शामिल हैं।