नई दिल्ली:घरेलू हिंसा, बाल यौन शोषण और बुजुर्गों के साथ हो रही प्रताड़ना जैसे गंभीर अपराधों को लेकर दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण ने दिलासा नामक कार्यक्रम शुरू किया है। प्राधिकरण ने सोमवार को हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, इससे घर बैठे महिलाएं और बुजुर्ग कानूनी मदद ले सकेंगे।
प्राधिकरण ने चार लघु फिल्मों को रिलीज किया, जिसके जरिये लोगों को अपराध की प्रकृति समझने और मदद मांगने का तरीका बताया गया। उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी ने दिलासा कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा, यह एक बेहद महत्वपूर्ण पहल है। यह जनता के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
रास्ता कारगर होगा
प्रत्येक पीड़ित नागरिक के दरवाजे तक पहुंच बनाने के लिए यह रास्ता अपनाना कारगर होगा। इतना ही नहीं दिलासा कार्यक्रम को डिजीटल माध्यम से उस तबके तक पहुंचाना दिल्ली विधिक प्राधिकरण की प्राथमिकता रहेगी जो अपने खिलाफ हो रहे अपराधों के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाते।
दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव भरत पाराशर ने इस मौके पर कहा कि प्राधिकरण का मकसद सिर्फ लोगों को इस तरह के अपराधों के प्रति जागरुक करना ही नहीं है, बल्कि उनके दरवाजे तक सहायता पहुंचाना भी है।
हेल्पलाइन 1516 पर मदद मांग सकते हैं
उच्च न्यायालय रजिस्ट्रार जनरल कंवलजीत अरोड़ा ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर 1516 पर कोई भी महिला, बुजुर्ग, बच्चा, कामगार एवं अन्य श्रेणी में आने वाले नागरिक मुफ्त कानूनी सलाह ले सकते हैं। इसके अलावा मुफ्त कानूनी सहायता की मांग भी कर सकते हैं। जो भी कॉल करेगा उसमें प्राधिकरण के प्रतिनिधि स्वयं मदद के लिए हाथ बढाएंगे।
अभिनेत्री जूही चावला ने किया जागरूक
दिलासा कार्यक्रम के तहत जारी चार लघु फिल्मों में बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चावला लोगों को बाल यौन शोषण, घरेलू हिंसा, माता-पिता के साथ अत्याचार और अन्य नागरिकों को जागरुक करने के लिए मुख्य किरदार निभाया है। इसके लिए अभिनेत्री जुही चावला लोगों को जागरूक कर रही हैं।