नई दिल्ली: भारतवर्ष के इतिहास में 15 अगस्त का दिन विशेष महत्व रखता है। यह वह दिन है जब देश ने स्वतंत्रता की सांस ली और एक नए युग का आरंभ हुआ। इस शुभ अवसर पर देशभर में उत्सव का माहौल होता है और हर कोई इस दिन को विशेष रूप से मनाने की तैयारी करता है। इसी कड़ी में परम पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी श्याम चेतन पुरी जी महाराज ने भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और इस अवसर का महत्व बताया। इस अवसर पर, गायन वादन और नृत्य के मध्यम से स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया जिसके मुख्य अतिथि अजित सिंह और कादीपुर मंडल के भाजपा के सुरेश केन द्वारा झंडा बंधन किया गया और ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष मांगी राम साथ में भारतीय जनता पार्टी के मुख्य सदस्य श्रीमान महेंद्र कौशिक जी रहें।
स्वतंत्रता दिवस के इस पावन पर्व पर स्वामी श्याम चेतन पुरी जी महाराज ने अपने संदेश में कहा कि, “स्वतंत्रता हमारे लिए केवल एक अधिकार नहीं है, बल्कि यह हमारे पूर्वजों के बलिदान और संघर्ष का परिणाम है। आज हम जिस खुली हवा में सांस ले रहे हैं, वह उन वीरों के त्याग और समर्पण का फल है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें यह आजादी दिलाई है। इस स्वतंत्रता दिवस पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश की अखंडता और स्वतंत्रता की रक्षा करेंगे और इसे सशक्त बनाने में अपना योगदान देंगे।”
स्वामी जी ने अपने संदेश में स्वतंत्रता के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता केवल बाहरी शत्रुओं से मुक्ति का नाम नहीं है, बल्कि यह हमारी आंतरिक शुद्धता, अनुशासन और आत्मनिर्भरता से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि एक सच्चा स्वतंत्र व्यक्ति वही है जो अपने विचारों, कर्मों और व्यवहार में स्वतंत्र हो, जो अपने आत्मा के प्रकाश में जीवन जीता हो, और जो समाज और राष्ट्र की भलाई के लिए समर्पित हो।
स्वतंत्रता दिवस का महत्व केवल आजादी के उत्सव तक सीमित नहीं है। यह दिन हमें उन मूल्यों की याद दिलाता है जिन पर हमारे देश की नींव रखी गई है। स्वामी श्याम चेतन पुरी जी महाराज ने अपने संदेश में इन मूल्यों पर जोर देते हुए कहा, “हमारे देश की नींव सत्य, अहिंसा, करुणा और सहिष्णुता पर आधारित है। हमें इन मूल्यों को अपने जीवन में उतारना चाहिए और इन्हें आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम इन मूल्यों की रक्षा करें और इन्हें मजबूत बनाएं।”
स्वामी जी ने यह भी कहा कि आजादी के बाद हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है और हम उन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करते हुए आगे बढ़े हैं। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि अभी भी कई क्षेत्र हैं जिनमें हमें सुधार की आवश्यकता है। हमें भ्रष्टाचार, गरीबी, अशिक्षा और भेदभाव जैसी समस्याओं से लड़ने के लिए एकजुट होना होगा। हमें अपनी युवा पीढ़ी को शिक्षित और जागरूक करना होगा ताकि वे एक बेहतर और सशक्त भारत का निर्माण कर सकें।
महामंडलेश्वर स्वामी श्याम चेतन पुरी जी महाराज ने अपने संदेश में युवाओं को विशेष रूप से संबोधित करते हुए कहा, “युवाओं का देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान होता है। आप देश का भविष्य हैं और आपके कंधों पर ही भारत को महान बनाने की जिम्मेदारी है। आपको अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करना चाहिए। आपमें शक्ति, ऊर्जा और जोश है, जिसका सही दिशा में उपयोग करके आप देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा सकते हैं।”
स्वामी जी ने यह भी कहा कि हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर को भी नहीं भूलना चाहिए। “हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं और हमारे संस्कार हमें दुनिया में विशिष्ट बनाते हैं। हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहिए और अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस का यह पर्व हमें अपने गौरवशाली अतीत की याद दिलाता है और हमें यह प्रेरणा देता है कि हम अपने सांस्कृतिक मूल्यों को बनाए रखें और उन्हें अगली पीढ़ियों तक पहुंचाएं।”
स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर स्वामी श्याम चेतन पुरी जी महाराज ने देश के सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे देश की समृद्धि और विकास के लिए एकजुट होकर कार्य करें। उन्होंने कहा, “आज हमें एकजुटता और भाईचारे की सबसे अधिक आवश्यकता है। हमारा देश विविधताओं से भरा है और यही हमारी शक्ति है। हमें अपनी विविधताओं का सम्मान करते हुए एकता और भाईचारे की भावना को बनाए रखना चाहिए। यही हमारे देश की असली ताकत है और यही हमारी पहचान है।”
स्वामी जी ने अंत में सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा, “यह पर्व हमें अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करने और उसे सशक्त बनाने की प्रेरणा देता है। हमें अपने राष्ट्र की समृद्धि के लिए समर्पित रहना चाहिए और इसे विश्व पटल पर और अधिक ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस का यह पर्व हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम अपने देश की सेवा में हमेशा तत्पर रहेंगे और इसे एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र बनाने में अपना योगदान देंगे।”