प्रताप सिंह खाचरियावास ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ”यह चुनौती है पूरे देश के लिए कि कोई इस तरह का वीडियो डालकर हत्या कर रहा है। वीडियो डालने वाले और ऐसे पागल लोग सुन लें, उनको ठोक के मारेंगे। बचने की कोई जगह नहीं। वीडियो देखकर मेरा खून खौल गया है। यह तालिबान नहीं है। यहां तालिबानी संस्कृति नहीं चलेगी। यह गलतफहमी निकाल देनी चाहिए दिमाग से। आफगानिस्तान में जहां तालिबान राज है वहां तालिबान से मुसलमान लड़ रहे हैं। वहां देख लो मां-बहन की क्या हालत है।”
मुस्लिम नेताओं की ओर घटना की निंदा किए जाने पर मंत्री ने कहा कि उन्हें उनके बयान अच्छे लगे। सभी ने कहा है कि यह गलत है। उन्होंने कहा, ”ऐसे लोगों को फांसी पर लटकाना चाहिए। चार दिन में फांसी पर लटका दें तो सुधरेंगे। जूत पड़े, पुलिस ने डंडे मारे तो चीखने लगे। बेचारा टेलर को धोखे से मारा। मां का दूध पिया तो सामने से लड़ किसी ढंग के आदमी से।”
मंत्री ने कहा कि ऐसे मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस, केंद्र या राज्य सभी लोगों को साथ मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने कहा, ”ऐसा वक्त आ गया है चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस, केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर ऐसे लोगों को ठोकना चाहिए। यह सवाल बीजेपी कांग्रेस का नहीं रह गया है।” मंत्री ने कहा कि नूपुर शर्मा ने यदि कुछ गलत कहा तो इससे किसी को मारने का हक किसी को नहीं है। नूपुर को सजा कानून देगा। आप इतने कट्टर नहीं हो सकते। हिन्दुस्तान में धर्म के नाम पर जाति के नाम पर हत्या का किसी को अधिकार नहीं मिल सकता।