नई दिल्ली:कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने खाद्य पदार्थों से लेकर होटल में ठहरने पर करों में वृद्धि को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री का “गब्बर सिंह टैक्स” अब “गृहस्थी सर्वनाश टैक्स” का रूप ले रहा है।
राहुल गांधी ने ट्विटर पर कहा, “आय और रोजगार में गिरावट, महंगाई के बढ़ते झटके के साथ सबसे ऊपर है। प्रधानमंत्री का ‘गब्बर सिंह टैक्स’ अब ‘गृहस्थी सर्वनाश टैक्स’ का विकराल रूप ले चुका है।” उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट का हवाला दिया कि खाद्य पदार्थों, पढ़ाई और होटल में ठहरने पर कर महंगा हो गया है। बता दें कि इससे पहले पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने पहले माल और सेवा कर (जीएसटी) को “गब्बर सिंह टैक्स” करार दिया था।
गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों वाले पैनल ने जीएसटी से छूट की समीक्षा करने के लिए जीओएम की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है, जो वर्तमान में खाद्य पदार्थों को पैक और लेबल किया गया है। इसके तहत पहले से पैक और लेबल वाला मांस, मछली, दही, पनीर, शहद, सूखे फलियां, सूखे मखाना, गेहूं और अन्य अनाज, गेहूं का आटा, गुड़, मुरमुरा (मुरी), सभी सामान और जैविक खाद और कॉयर पीथ कम्पोस्ट को जीएसटी से छूट नहीं मिलेगी और अब उस पर पांच प्रतिशत कर लगेगा।
इसी तरह, चेक जारी करने (ढीले या बुक फॉर्म में) के लिए बैंकों द्वारा लिए गए शुल्क पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाएगा। एटलस सहित मानचित्र और चार्ट पर 12 प्रतिशत का शुल्क लगेगा। अनपैक्ड, अनलेबल और अनब्रांडेड सामान जीएसटी से मुक्त रहेगा। इसके अलावा, 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम के होटल के कमरों पर 12 प्रतिशत कर लगाया जाएगा।