नई दिल्ली:कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने गुरुवार को कहा कि राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या में अमानवीयता सारी हदें पार कर दी गईं। पायलट ने कहा है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए दोषियों को ऐसी सजा दी जाए जो पूरे देश के लिए मिसाल बन जाए।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में पायलट ने कहा, ”इन लोगों अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। इस तरह की हत्या और जिस तरीके से इसे अंजाम दिया गया है, इसने सबको स्तब्ध कर दिया। उन्हें पकड़ लिया गया है। फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए उन्हें ऐसी सजा दी जाए, जो पूरे देश के लिए उदाहरण बने। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, ”घटना के लिए जिम्मेदार लोगों और संगठनों की तलाश करके उन्हें हमेशा के लिए खत्म करने की जरूरत है।”
‘यह आतंकी हमला है’
पायलट ने कहा, ”हमें इसकी जड़ मं जाना होगा, इसके लिए टीम बना दी गई है। पाकिस्तान आधारित संगठनों के नाम सामने आ रहे हैं और दोनों आरोपियों का ब्योरा भी आ रहा है। वारदात के लिए जिम्मेदार लोगों और संगठनों को हमेशा के लिए खत्म करना होगा।” कांग्रेस नेता ने कहा कि वह इसे आतंकी हमला मानते हैं और सरकार ने भी कहा है कि वह इसे आतंकी हमले के रूप में देख रही है। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग इस तरह से प्रेरित हैं या उनके संपर्क में थी, उनकी जांच करनी चाहिए।
सीमा वाला प्रदेश है राजस्थान, जड़ तक जाने की जरूरत: पायलट
पायलट ने इस बात का भी जिक्र किया कि पंजाब और जम्मू-कश्मीर की तरह राजस्थान भी पाकिस्तान सीमा से सटा प्रदेश है। उन्होंने कहा, ”कश्मीर, पंजाब और राजस्थान भी सीमांत प्रदेश है। यदि सीमा के पार लिंक्स हैं, तो हमें इसकी जड़ में जाना होगा। यदि दूसरे लोग भी इसी तरह प्रभावित हैं या उनके संपर्क में है, तो इसकी गहराई से जांच करनी होगी।” उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया है कि पीड़ित परिवार की हर संभव मदद की जाएगी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
‘जिसने भी की हो लापरवाही, हो ऐक्शन’
कांग्रेस नेता ने कहा, ”हम पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देंगे। कुछ ऐक्शन लिए गए हैं। लेकिन यदि जरूरत पड़ी और ऐक्शन लिए जा सकते हैं। यदि इसमें किसी ने लापरवाही की है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे कितना भी वरिष्ठ अधिकारी हो, चाहे कोई भी हो।” 28 जून को उदयपुर में कत्ल किए गए कन्हैयालाल का बुधवार को अंतिम संस्कार हुआ। कन्हैया की हत्या को लेकर राजस्थान समेत पूरे देश में लोग आक्रोशित हैं। आम लोगों में गुस्से को देखते हुए सरकार ने पूरे प्रदेश में धारा 144 लगा दी है और मोबाइल इंटरनेट बंद है।