सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों का मानसिक विकास अच्छा हो और उनका जीवन खुशहाल रहे। लेकिन कई बार माता-पिता कुछ ऐसी गलतियाँ कर बैठते हैं, जो बच्चों के मानसिक विकास में रुकावट डालती हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपका बच्चा सुबह रोते हुए उठता है और आप उसे बेमन या डांटकर चुप कराने की कोशिश करते हैं, तो उसका पूरा दिन चिड़चिड़ा और जिद्दी हो सकता है। इसके विपरीत, अगर आप उसकी सुबह की शुरुआत प्यार और दुलार के साथ करते हैं, तो उसका पूरा दिन सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता है। आर्शीवाद चाइल्ड एंड फैमिली क्लिनिक के डॉ. सुरजीत गुप्ता ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि सुबह के 10 मिनट बच्चे के मानसिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इस विशेष समय को विशेष बनाना माता-पिता की पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए। आइए जानें कैसे।
बच्चे को किस और हग करें:
सुबह के 10 मिनट बच्चे के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। उसकी सुबह की शुरुआत इन शब्दों से करें: “गुड मॉर्निंग सनशाइन, आज का दिन सिर्फ तुम्हारा है, तुम दिल से बहुत अच्छे और दिमाग से बहुत तेज हो। चलो कुछ देर बाहर घूमकर दुनिया को अपनी नजरों से देखने की कोशिश करते हैं।” इसके बाद बच्चे को ढेर सारे सुबह के हग और किस दें। ऐसा करने से बच्चा सुबह ही एक खूबसूरत सकारात्मकता के साथ उठता है।
दुनिया को एडवेंचर और एक्साइटमेंट से भरपूर बताएं:
बच्चे को सुबह उठते ही कहें कि यह दुनिया कई खूबसूरत एडवेंचर्स और एक्साइटमेंट से भरी हुई है। उससे पूछें कि वह अपनी सुबह को किस तरह मजेदार बनाना चाहता है। उदाहरण के लिए, स्कूल में दोस्तों के साथ कुछ अच्छा पढ़ना या खेलना, या फिर एक अच्छी हेल्दी मील का आनंद लेना। इस सवाल से बच्चे को सोचने का मौका मिलता है कि वह अपना दिन और बेहतर कैसे बना सकता है। ऐसा करके बच्चा अपने आने वाले दिन में सकारात्मकता ढूंढने की कोशिश करता है।
बच्चे को बताएं वह कितना अच्छा है:
सुबह उठते ही बच्चे को बताएं कि वह कितना खास और अच्छा है। आप उस पर कितना विश्वास करते हैं और उसकी खुशी आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण है। ऐसा कहने से बच्चे के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और वह जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूती से तैयार होता है।