नई दिल्ली:रूस-यूक्रेन युद्ध का असर भारत पर दिख रहा है। दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध ने अब खाने का स्वाद खराब कर दिया है। Bizom की रिपोर्ट के अनुसार फरवरी में सूर्यमुखी, मूंगफली, सरसों के तेल सहित अन्य खाद्य तेल की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है। बता दें, यूक्रेन और रूस सूर्यमुखी के तेल के सप्लाई करने वाले प्रमुख देश हैं। दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध ने सप्लाई को प्रभावित किया है। जिसका असर कीमतों में दिख रहा है।
भारत में प्रत्येक वर्ष 2.5 से 3 ट्रिलियन टन सूर्यमुखी के तेल की खपत होती है। जिसमें से 70% आपूर्ति सिर्फ यूक्रेन से होती है। समाचार एजेंसी राॅयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में भारत ने रूस और यूक्रेन ने मिलाकर 1.6 मिलियन टन यानी करीब 13% खाद्य तेल आयात किया था।
फरवरी में पैकेट बंद सूर्यमुखी के तेलों में 4% का इजाफा देखने को मिला है। जबकि सरसों के तेल की कीमतों में इस दौरान 8.7% की बढ़ोतरी देखने को मिली। वहीं, सोयाबीन के तेल की कीमतों में 0.4% मामूली बढ़ोतरी हुई। जबकि इन सबके उलट पाॅम आयल फरवरी 2020 के मुकाबले 12.9% सस्ता बेचा गया। Bizom की तरफ से अभी मार्च का आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।