ग्वालियर:मध्य प्रदेश के ग्वालियर में निकाय चुनाव में बीजेपी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है पहले टिकट वितरण के दौरान अलग-अलग समाजों को टिकट नहीं मिला तो उन्होंने बीजेपी का बहिष्कार कर दिया और चुनाव हराने की बात कही। उसके बाद आज भारतीय जनता पार्टी के वचन पत्र जारी होने के दौरान स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के भांजे और बीजेपी के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा के अपमान के बाद उनके समर्थक भड़क गए हैं। सोशल मीडिया पर अनूप मिश्रा के समर्थकों की तरफ से सम्पूर्ण ब्राह्मण समाज द्वारा चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दे दी गई है।
ग्वालियर में नगरीय निकाय चुनाव में सियासी माहौल गरमाया हुआ है पार्टियों की अंदरूनी कलह भी सामने आ रही है।इसका ताजा उदाहरण आज भाजपा के वचन पत्र जारी किये जाने के दौरान देखने को मिला। एक निजी होटल में भाजपा जिला कमेटी में वचन पत्र जारी किया।कार्यक्रम में शहर के बड़े नेताओं को भी आमंत्रित किया गया था, पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा भी आमंत्रित अतिथियों में शामिल थे लेकिन जिला कमेटी ने मंच पर उन्हें कुर्सी नहीं दी। मंच पर महापौर प्रत्याशी सुमन शर्मा, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पूर्व मंत्री माया सिंह, पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, पूर्व विधायक मदन कुशवाह, जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी मौजूद थे।
मंच संचालक ने अनूप मिश्रा का नाम लिया लेकिन कुर्सियां पहले से ही भरी होने के कारण वे मंच पर नहीं गए और मंच के सामने पड़े सोफे पर पत्रकारों और अन्य नेताओं के साथ बैठ गए। कुछ देर तो अनूप मिश्रा वहां बैठे रहे लेकिन फिर अपने इस अपमान के चलते वहां से निकल आये।
अनूप मिश्रा के अपमान से उनके समर्थकों में आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने सोशल मीडिया पर ब्राह्मण समाज के चुनावों के बहिष्कार की चेतावनी भरे पोस्ट लिखकर डाल दिए।अनूप मिश्रा समर्थकों ने जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी के खिलाफ भी आक्रोश जताया।ब्राह्मण समाज द्वारा बहिष्कार की चेतावनी से भाजपा में हड़कंप मच गया। खबर है कि महापौर प्रत्याशी सुमन शर्मा और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता अनूप मिश्रा को मनाने की कोशिश में लग गए हैं।