डेस्क:हिंडनबर्ग के दावों के बाद विपक्ष की आलोचना झेल रही भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने एक बार फिर प्रतिक्रिया दी है। माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने अनियमितता बरतने और हितों के टकराव को लेकर कांग्रेस की तरफ से लगाए गए आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि ये ‘गलत, प्रेरित और मानहानिकारक’ हैं।
क्या कहा सेबी चेयरपर्सन ने
बुच ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस की तरफ से लगाए गए आरोप उनके द्वारा दाखिल आयकर रिटर्न में दर्ज विवरणों पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि वित्तीय मामलों से जुड़ी सभी सूचनाओं का उनकी तरफ से पूरी तरह खुलासा किया गया है और टैक्स का उचित भुगतान भी किया गया है। सेबी प्रमुख ने कहा- हमारे आयकर रिटर्न से जुड़े विवरण स्पष्ट रूप से धोखाधड़ी वाले तरीकों और अवैध ढंग से हासिल किए गए हैं। यह न केवल हमारी गोपनीयता के अधिकार (जो एक मौलिक अधिकार है) का स्पष्ट उल्लंघन है, बल्कि आयकर अधिनियम का भी उल्लंघन है।
कांग्रेस ने लगाए आरोप
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने हाल ही में सेबी प्रमुख और उनके पति के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं जिसमें उनसे संबंधित एक सलाहकार कंपनी से जुड़े हितों के टकराव का आरोप भी लगाया गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि धवल बुच ने महिंद्रा समूह से 4.78 करोड़ रुपये उस समय अर्जित किए जब सेबी, नियमों के उल्लंघन को लेकर उस कंपनी के खिलाफ जांच कर रहा था।
कंपनियों से कनेक्शन को किया खारिज
हालांकि, आधिकारिक बयान में कहा गया है कि माधबी पुरी बुच ने सेबी से जुड़ने के बाद किसी भी स्तर पर अगोरा एडवाइजरी, अगोरा पार्टनर्स, महिंद्रा समूह, पिडिलाइट, डॉ रेड्डीज, अल्वारेज़ एंड मार्सल, सेम्बकॉर्प, विसु लीजिंग या आईसीआईसीआई बैंक से जुड़ी किसी भी फाइल को कभी नहीं निपटाया।
बुच ने कहा-ये आरोप पूरी तरह गलत, दुर्भावनापूर्ण और मानहानि करने वाले हैं। माधबी ने सेबी के सभी प्रकटीकरण और अस्वीकृति दिशानिर्देशों का अनुपालन किया है। वास्तव में, दिशानिर्देशों के तहत जरूरी प्रावधानों से इतर खुद को लगातार मामलों से अलग रखा है।