प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के इस बार बहुत महत्वपूर्ण होने वाले हैं। 17 सितंबर, मंगलवार को, एनडीए सरकार 3.0 के 100 दिन पूरे हो रहे हैं। पीएम मोदी ने आम चुनावों से पहले ही अपने शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर 100 दिनों का रोडमैप तैयार कर लिया था।
विपक्ष चुनाव के दौरान और बाद में भी रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा है। इन 100 दिनों में मोदी सरकार ने किसानों के मसले को महत्वपूर्ण रखा है। इसके अलावा, रोजगार को बढ़ाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को बूस्ट करने का प्रयास किया गया है।
कांग्रेस ने मोदी सरकार से 100 दिनों का हिसाब मांगा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि एनडीए सरकार अपने अजेंडे में फेल हो रही है।
सरकार बनते ही किसानों के लिए महत्वपूर्ण फैसले
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। इसके अलावा महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में भी चुनाव होने हैं। इस दौरान भी मोदी सरकार के 100 दिन महत्वपूर्ण हैं।
तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सबसे पहले मोदी सरकार ने पीएम किसान निधि की 17वीं किस्त जारी कर दी थी। इसके तहत करीब 9.3 करोड़ किसानों को 20 हजार करोड़ रुपये दिए गए। इसके अलावा, एमएसपी वृद्धि को भी कृषि क्षेत्र के लिए अहम फैसला माना जा सकता है। कई फसलों पर 100 से लेकर 550 रुपये तक की एमएसपी वृद्धि का फैसला किया गया है।
रोजगार के मोर्चे पर सरकार की योजनाएं
लोकसभा चुनाव के दौरान रोजगार को विपक्ष ने बड़ा मुद्दा बनाया था। मोदी सरकार ने रोजगार में वृद्धि के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर योजनाओं को महत्वपूर्ण दी है। कौशल विकास मिशन को ध्यान में रखते हुए 4.1 करोड़ युवाओं के कौशल सुधार और रोजगार सृजन के लिए दो लाख करोड़ रुपये का पैकेज बजदट में घोषित किया गया है। सरकार ने घोषणा की है कि 1 करोड़ युवाओं को 500 कंपनियों में इंटर्नशिप का लाभ मिलेगा।
महिलाओं की आय में वृद्धि
सरकार ने महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए भी कार्य किया है। 100 दिनों में 11 लाख लखपति महिलाएं बनी हैं, जो साल में 1 लाख से अधिक कमा सकती हैं।
15 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट
मोदी सरकार ने 100 दिनों में 15 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि प्रोजेक्ट लॉन्च होने के साथ ही उद्घाटन की तारीख का भी ऐलान कर दिया गया है। इन प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग रोजगार के लिए भी अहम है। उन्होंने कहा कि रोजगार से मतलब केवल सरकारी नौकरी