भागलपुर:सरकारी स्कूलों में फर्जी सर्टिफिकेट से नियोजन का प्रयास करने वाले नौ अभ्यर्थियों पर अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। इसमें डीईओ ने नियोजन इकाईयों को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। प्रारंभिक विद्यालयों में पिछले दिनों नियोजन की प्रक्रिया अपनाई गई थी। काउंसिलिंग के बाद चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच की गई, ताकि पिछले बार की तरह इसमें फर्जी प्रमाणपत्र वाले शिक्षकों का नियोजन नहीं हो सके। जांच के दौरान नौ शिक्षक अभ्यर्थी ऐसे पाये गये जिनके प्रमाणपत्र फर्ज थे। इसमें इन अभ्यर्थियों ने अपनी अर्हता वाले प्रमाणपत्रों के स्थान पर फर्जी प्रमाणपत्र लगाया था। इसकी जानकारी प्रमाणपत्रों की जांच के दौरान लग पाई। ऐसे अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र ही नहीं दिया गया।
इस मामले की जानकारी होने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इन नौ शिक्षकों की जानकारी देते हुए विभिन्न नियोजन इकाईयों को निर्देशित किया था कि वे लोग इन फर्जी प्रमाणपत्र देने वाले अभ्यर्थियों पर एफआईआर दर्ज करें। करीब 15 दिन से अधिक हो गये लेकिन अभी तक इन अभ्यर्थियों पर एफआईआर दर्ज नहीं किया गया। इसके लिए डीईओ ने रिमाइंडर भी जारी किया, इसके बावजूद प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि 31 मार्च को लेकर दबाव है। इसलिए तीन दिन का और मौका दिया जा रहा है। इसके आद भी यदि एफआईआर नहीं दर्ज किया गया तो वे संबंधित प्रखंड के बीईओ को एफआईआर दर्ज करने के लिए निर्देशित करेंगे।