व्यक्ति का दिमाग उसके शरीर के सबसे सक्रिय अंगों में से एक माना जाता है। यही वजह है कि लोग दिमाग को शांत रखने के लिए योग और सेहतमंद बनाए रखने के लिए अखरोट जैसे मेवों का सेवन करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं आपकी रोजमर्रा की डाइट में कई बार कुछ ऐसे स्नैक्स आइटम शामिल होते हैं, जो खाने में तो आपको टेस्टी लग सकते हैं लेकिन अनजाने में आपकी दिमागी सेहत को नुकसान पहुंचा रहे होते हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में।
दिमागी सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं ये स्नैक्स आइटम
आलू के चिप्स
ज्यादातर आलू के चिप्स में अनहेल्दी ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट मौजूद होते हैं, जो शरीर और मस्तिष्क में सूजन पैदा कर सकते हैं। जिसका संबंध न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों से जुड़ा हुआ हो सकता है।
बेक्ड आइटम
कुकीज, बिस्कुट, नमकीन जैसी लगभग सभी बेक्ड चीजें, जो ट्रांस फैट से भरपूर होती हैं दिल और दिमाग की सेहत को नुकसान पहंचा सकती हैं। ब्लड में ट्रांस फैट की मात्र ज्यादा होने पर हार्ट स्ट्रोक के साथ अल्जाइमर और डिमेंशिया का खतरा बढ़ जाता है।
डीप फ्राइड फूड
पकौड़े, चिकन विंग्स, फ्रेंच फ्राइज और समोसे जैसी फ्राइड चीजें खाने में भले ही टेस्टी लगी हों लेकिन ये सभी तली हुई चीजें सूजन का कारण बनकर मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती हैं। दरअसल, डीप फ्राइड फूड खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। जिससे रक्त वाहिकाओं में फैट जमा होने लगता है और ब्लड वेसल्स खून की सप्लाई ठीक से नहीं कर पातीं। जिससे मस्तिष्क तक रक्त ले जाने वाली धमनियों में प्लाक जमा हो सकता है। ऐसे में अगर प्लाक का कोई टुकड़ा टूटकर मस्तिष्क तक पहुंच जाता है तो स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
शराब
अध्ययनों के अनुसार, शराब के अत्यधिक सेवन से ब्रेन वॉल्यूम में कमी, चयापचय परिवर्तन और न्यूरोट्रांसमीटर में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, ये वो रसायन हैं, जो मस्तिष्क संचार के लिए उपयोग करता है। इसके अलावा यह विटामिन बी1 की कमी पैदा करके वर्निक एन्सेफैलोपैथी नामक मस्तिष्क विकार का कारण भी बन सकता है।
पीनट बटर
विशेषज्ञों के अनुसार, पैकेज्ड पीनट बटर में निम्न-श्रेणी की सामग्री का उपयोग किया जाता है, जो सूजन का कारण पैदा करके अल्जाइमर रोग के खतरे से जुड़ा हो सकता है।