नई दिल्ली। हरियाणा में भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुने जाने के बाद नायब सिंह सैनी गुरुवार को चंडीगढ़ में हरियाणा के 20वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। भाजपा विधायक कृष्ण कुमार बेदी ने सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा और पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल विज ने इसका समर्थन किया।
बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव शामिल हुए। बैठक के बाद सैनी ने हरियाणा में अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया। यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा क्योंकि उन्होंने इस साल मार्च में मनोहर लाल की जगह ली थी। भाजपा की परंपरा से हटकर पार्टी ने राज्य के लिए किसी उपमुख्यमंत्री की घोषणा नहीं की है।
शपथ ग्रहण समारोह एनडीए का एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन होगा
अमित शाह ने पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से सैनी को बधाई दी। उन्होंने हरियाणा में भाजपा की जीत का श्रेय मोदी सरकार की नीतियों को दिया। आज होने वाला शपथ ग्रहण समारोह एनडीए का एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन होगा, जिसमें पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत बिहार के सीएम नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश सीएम एन चंद्रबाबू नायडू समेत सभी एनडीए शासित राज्यों के सीएम शामिल होंगे।
शपथ लेने वाले विधायक कौन-कौन होंगे आज पता चलेगा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायक कौन-कौन होंगे, इसका बृहस्पतिवार सुबह को पता चलेगा। विधायक दल की बैठक में नायब सैनी को नेता चुनने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी विधायकों का बारी-बारी से परिचय प्राप्त किया और उन्हें भाजपा की नीतियों के अनुरूप समावेशी तरीके से काम करने के निर्देश दिए।
नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुनने के बाद किसी जरूरी काम से अमित शाह दिल्ली चले गए और देर रात को वापस भी आ गए। प्रधानमंत्री मोदी के साथ अमित शाह बृहस्पतिवार को नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। मंत्रिमंडल का फैसला केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा। भाजपा हाईकमान ने मंत्रियों के लिए 14 विधायकों के नाम शार्टलिस्ट किए हैं। सभी विधायकों की प्रोफाइल पर चर्चा की जा चुकी है।
मंत्री बनने को लेकर इन नामों की चर्चा तेज
जातीय समीकरणों के हिसाब से 10 विधायकों का मंत्री बनना तय है। कुल 12 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। अहीरवाल से दो मंत्री बनाए जाने प्रस्तावित हैं, जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत की पसंद और नापसंद का ख्याल रखा जाएगा। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को इस बार केंद्रीय नेतृत्व काफी महत्व दे रहा है। इसलिए उनकी राय भी मंत्रियों के चयन में काफी अहम रहेगी, जबकि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का दिल्ली आवास सत्ता का बड़ा पावर सेंटर रहा है, जहां करीब दो दर्जन विधायक उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं।
अनिल विज भी बन सकते हैं मंत्री
अभी तक जिन विधायकों के मंत्री बनने की चर्चा है, उनमें फरीदाबाद के विधायक एवं पूर्व मंत्री विपुल गोयल, बल्लभगढ़ के विधायक एवं पूर्व मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा, बादशाहपुर के विधायक एवं पूर्व मंत्री राव नरबीर और अंबाला छावनी के विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल विज के नाम प्रमुख हैं।