डेस्क:राजस्थान के कोटा में एक और कोचिंग छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के अतीकपुर निवासी आशुतोष के रूप में हुई है। आशुतोष मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहा था और दादाबाड़ी शास्त्री नगर इलाके में पीजी में रह रहा था। बुधवार को आशुतोष ने अपने कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना की सूचना मिलने पर दादाबाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है और कमरे को सीज कर जांच शुरू कर दी है।
इस घटना के बाद कोटा में एक बार फिर छात्रों की आत्महत्या का मामला सामने आया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिस पीजी में आशुतोष रह रहा था, वहां कोई एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं लगी थी। जिला प्रशासन की ओर से पहले ही सभी हॉस्टल और पीजी में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन कई जगहों पर इस निर्देश का पालन नहीं हो रहा है। दादाबाड़ी शास्त्री नगर इलाके में भी प्रशासन ने अब तक कोई सर्वे नहीं कराया था।
कोटा में छात्रों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाएं
कोटा कोचिंग हब के रूप में जाना जाता है, जहां हर साल लाखों छात्र अपने सपनों को पूरा करने के लिए पढ़ाई करने आते हैं। लेकिन मानसिक दबाव और अन्य कारणों से आत्महत्याओं की संख्या भी बढ़ती जा रही है। 2024 में अब तक 13 छात्रों ने आत्महत्या की है। सितंबर महीने में भी नीट की तैयारी कर रहे एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।