त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में भगवान को प्रसन्न करने से लेकर घर को सजाने तक के लिए लोग अलग-अलग फूलों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पूजा घर से लेकर आंगन में सजे ये फूल एक दिन तो बेहद खूबसूरत लगते हैं लेकिन अगले ही दिन अपनी फ्रेशनेस खोने लगते हैं। जिसकी वजह से इन्हें बदलना जरूरी हो जाता है। अगर आप इन बासी फूलों को हमेशा फेंक देते हैं तो इस खबर को पढ़ने के बाद ऐसा करने से पहले दो बार जरूर सोचेंगे। जी हां, अकसर लोगों को यह पता नहीं होता है कि भगवान को चढ़ाए गए इन फूलों का यूज आप अपनी सेहत और खूबसूरती को निखारने के लिए भी कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे-
सेहत और खूबसूरती निखारने के लिए ऐसे करें पूजा के फूलों का इस्तेमाल
हर्बल चाय
हिबिस्कस हो या गुलाब के फूल आप इनका उपयोग हर्बल चाय बनाने के लिए कर सकते हैं। हिबिस्कस और गुलाब के फूलों में मौजूद कई औषधीय गुण स्वाद के साथ आपकी सेहत का भी खास ख्याल रखते हैं। हिबिस्कस यानी गुड़हल के फूल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा शरीर को मुक्त कणों से बचाती है जबकि इसमें मौजूद आयरन एनीमिया से बचाव करता है। बात अगर गुलाब के फूल की करें तो गुलाब के फूलों में विटामिन सी, विटामिन ए, और विटामिन ई जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। गुलाब में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व मुक्त कणों से लड़कर ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं।
आध्यात्मिक स्नान
आध्यात्मिक स्नान करने से मन को शांति मिलने के साथ जीवन में संतुलन आता है। यह स्नान किसी भी व्यक्ति के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। पूजा के बाद पानी में इन फूलों की पत्तियों को मिलाकर नहाने से शरीर शांत और स्फूर्ति महसूस करता है।
अरोमाथेरेपी तेल
अरोमाथेरेपी तेल का यूज करने से व्यक्ति का मन शांत, बॉडी रिलैक्स और मन में उत्साह भर जाता है। इन तेलों में मौजूद सुगंध नाक की नसों को उत्तेजित करके मस्तिष्क के उस हिस्से में आवेग भेजती हैं, जो स्मृति और भावनाओं को नियंत्रित करता है। अरोमाथेरेपी तेल बनाने के लिए नारियल या जैतून के तेल में इन फूलों को डालकर मालिश करवाएं।
फेशियल पैक और स्क्रब
गेंदे के फूल और गुलाब की पंखुड़ियों को सुखाकर उनका पाउडर बना लें। अब इस पाउडर को त्वचा का खोया निखार लौटाने के लिए फेस मास्क और स्क्रब में मिलाकर चेहरे पर लगाएं।