नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस की दो दिवसीय यात्रा के बाद दिल्ली लौट आए, जहां उन्होंने कज़ान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान कई विश्व नेताओं से मुलाकात की, जिनमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान शामिल थे।
उन्होंने कज़ान में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को “बहुत उत्पादक” बताया और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, रूस के लोगों और उनकी सरकार का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए धन्यवाद किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर रूस यात्रा की झलकियां साझा कीं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दो सत्रों को संबोधित किया।
X पर वीडियो साझा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन बहुत उत्पादक रहा। विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने और कई विश्व नेताओं से मिलने का अवसर मिला। मैं राष्ट्रपति पुतिन, रूसी लोगों और सरकार को उनकी मेहमाननवाज़ी के लिए धन्यवाद देता हूं। यहां कुछ मुख्य अंश हैं।”
वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए और कई विश्व नेताओं से मिलते हुए दिखाया गया, जिनमें यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव शामिल थे।
बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने कज़ान में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से भी मुलाकात की। X पर प्रधानमंत्री ने कहा, “कज़ान में राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से बातचीत कर खुशी हुई।”
प्रधानमंत्री ने उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने X पर लिखा, “कज़ान में राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव से शानदार मुलाकात हुई। भारत और उज्बेकिस्तान के बीच व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों सहित द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। यह बैठक पांच सालों में दोनों नेताओं के बीच पहली औपचारिक बातचीत थी। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर नियमित गश्त को फिर से शुरू करने के समझौते के बाद हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत-चीन संबंध हमारे देशों के लोगों और क्षेत्रीय व वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से भी मुलाकात की और X पर लिखा, “ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अपने भाई, यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलकर खुशी हुई।”
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब दुनिया कई अनिश्चितताओं और चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनमें संघर्ष, प्रतिकूल जलवायु प्रभाव और साइबर हमले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए ब्रिक्स को जन-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र में व्यापक अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद सम्मेलन को जल्द अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने वैश्विक शासन सुधारों के लिए ब्रिक्स को सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने हाल ही में भारत द्वारा शुरू की गई हरित पहलों पर प्रकाश डाला, जिनमें अंतरराष्ट्रीय सोलर एलायंस, आपदा प्रतिरोधी इन्फ्रास्ट्रक्चर गठबंधन, मिशन LIFE और COP28 के दौरान घोषित ग्रीन क्रेडिट पहल शामिल हैं। उन्होंने ब्रिक्स देशों को इन पहलों में शामिल होने का आमंत्रण दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की और उन्हें अगले साल भारत आने का निमंत्रण दिया।