IndiGo airline result: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस तिमाही में एयरलाइन को 986.7 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 188.9 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। कंपनी ने कहा कि उसे यह घाटा ठप विमानों और ईंधन की ऊंची कीमतों के कारण हुआ है। सितंबर तिमाही में एयरलाइन की ईंधन लागत 12.8 प्रतिशत बढ़कर 6,605 करोड़ रुपये हो गई।
कंपनी के सीईओ ने कही ये बात
इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पीटर एल्बर्स ने कहा कि एयरलाइन की वृद्धि और विस्तार जारी रहा और सितंबर तिमाही में इसकी आमदनी 14.6 प्रतिशत बढ़कर 17,800 करोड़ रुपये हो गई। उन्होंने कहा कि परंपरागत रूप से कमजोर दूसरी तिमाही में, ठप विमानों और ईंधन लागत से संबंधित प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण परिणाम और भी प्रभावित हुए। हमने एक नया मोड़ लिया है क्योंकि ठप विमानों की संख्या और संबंधित लागत में कमी आनी शुरू हो गई है। इंडिगो के पास कुल 39,341 करोड़ रुपये का कैश था, जिसमें 24,359 करोड़ रुपये का फ्री कैश और 14,982 करोड़ रुपये का मैनेज कैश शामिल है।
इंडिगो का नेटवर्क
इंडिगो ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि 30 सितंबर, 2024 तक उसके पास 410 विमानों का बेड़ा है, जिसमें 41 ए320 सीईओ (17 डैम्प लीज और 4 सेकेंडरी लीज), 201 ए320 एनईओ, 112 ए321 एनईओ, 45 एटीआर, 3 शामिल हैं। इस अवधि के दौरान इंडिगो की दैनिक उड़ानें अधिकतम 2,161 तक पहुंच गईं, जिसमें गैर-अनुसूचित उड़ानें भी शामिल थीं। पूरी तिमाही के दौरान एयरलाइन ने 88 घरेलू स्थानों और 31 अंतर्राष्ट्रीय स्थानों पर निर्धारित सेवाएं प्रदान कीं।
शेयर में बड़ी गिरावट
इंडिगो के शेयर की बात करें तो शुक्रवार को यह 3.41% टूटकर 4364.65 रुपये पर बंद हुआ। ट्रेडिंग के अंत में शेयर 4313.65 रुपये पर था। एयरलाइन शेयर 5,033.20 रुपये तक जा चुका है। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है।