नई दिल्ली। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की आज अचानक तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि उन्हें स्कीन इंफेक्शन की दिक्कत के साथ सांस लेने में भी परेशानी हो रही है। यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब हाल ही में वीरेंद्र सचदेवा ने युमना नदी के गंदे पानी में डुबकी लगाई थी।
वीरेंद्र सचदेवा ने यह डुबकी विरोध प्रदर्शन के तौर पर लगाई थी। उनकी डुबकी लगाने की तस्वीर भी सामने आई थी। बताया जा रहा है कि युमना में डुबकी लगाने के बाद से ही वीरेंद्र सचदेवा को शरीर में खुजली और सासं लेने में परेशानी की शिकायत थी जिसके बाद आज उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इससे पहले दिल्ली बीजेपी ने वीरेंद्र सचदेवा के स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए कहा था कि यमुना में डुबकी लगाने के बाद उन्हें काफी सारी परेशानी हो रही हैं। पार्टी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर कहा था, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आज दिल्ली सरकार के 8500 करोड़ रुपए के युमना सफाई घोटाले को उजागर करते हुए यमुना मईया में डुबकी लगा कर दिल्ली सरकार की गलतियों के लिए क्षमा प्रार्थना की थी। दोपहर बाद से वीरेन्द्र सचदेवा को त्वचा में लाल रैशिस, खुजली और सांस लेने में हल्की तकलीफ हो रही है। वह आरएमएमल अस्पताल गए जहां उन्हें डाक्टरों ने जांच कर तीन दिन के लिए दवा दी है।
वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल को दी थी चुनौती
बता दें, दिवाली से कुछ दिन बाद मनाए जाने वाले छठ पर्व से पहले, आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच नदी में भारी प्रदूषण और जहरीले झाग के मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। वीरेंद्र सचदेवा ने बुधवार को केजरीवाल को यमुना में डुबकी लगाने की चुनौती देते हुए कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री ने दिल्ली की जनता से वादा किया था कि वह 2025 की छठ पूजा से पहले यमुना को साफ कर देंगे ताकि लोग नदी में स्नान कर सकें।
भाजपा ने आईटीओ के पास छठ घाट पर एक मंच बनाया और उस पर लाल कालीन बिछाकर दो कुर्सियां रखी गईं जिन पर आतिशी और केजरीवाल के नाम लिखे थे।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा, ‘‘हम इंतजार कर रहे हैं कि केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी आएं और यमुना की हालत देखें। उनके स्वागत के लिए दो कुर्सियां रखी गई हैं और लाल कालीन बिछाया गया है।’’ कपूर ने बताया कि सचदेवा ने सुबह यमुना में डुबकी लगाई और मां यमुना से माफी मांगी क्योंकि अरविंद केजरीवाल और आतिशी की सरकारों ने यमुना की सफाई के लिए 8,500 करोड़ रुपये लूटे हैं लेकिन नदी को साफ नहीं किया।