आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) मार्केट में एक और कंपनी की एंट्री होने वाली है। इस कंपनी का नाम-परमेसु बायोटेक लिमिटेड है। मक्का के प्रोडक्ट बनाने वाली इस कंपनी के आईपीओ को सेबी की मंजूरी का इंतजार है।
600 करोड़ रुपये जुटाने का है प्लान
इस कंपनी ने आईपीओ के जरिये 600 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के समक्ष प्रारंभिक दस्तावेज दाखिल किए हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष दाखिल दस्तावेज के अनुसार आईपीओ 520 करोड़ रुपये के नए शेयर और 80 करोड़ रुपये के शेयर की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन होगा। पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर है।
क्या होगा पैसे का
नए इश्यू से प्राप्त 330 करोड़ रुपये का इस्तेमाल मध्य प्रदेश में 1,200 टीपीडी (टन प्रतिदिन) का नया प्लांट स्थापित करने, 85 करोड़ रुपये कर्ज के भुगतान और शेष सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। साल 2011 में वजूद में आई परमेसु बायोटेक भारत में मक्का आधारित विशेष उत्पादों के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक है। विविध उत्पाद पोर्टफोलियो में देसी मक्का स्टार्च, संशोधित मक्का स्टार्च, लिक्विड ग्लूकोज, माल्टोडेक्सट्रिन पाउडर, ग्लूटेन, फाइबर, मकई जैसे उत्पाद शामिल हैं।
आंध्र प्रदेश में अपनी देवरापल्ली फैसलिटीज से संचालित, कंपनी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में मजबूत उपस्थिति बनाए रखती है। इसके उत्पाद 14 राज्यों, चार केंद्र शासित प्रदेशों और दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य पूर्व के 10 से अधिक देशों में उपलब्ध हैं। कंपनी की कमान आनंद स्वरूप अडवाणी के पास है। वह मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। इसके अलावा मणि श्वेता तेताली होल टाइम डायरेक्टर हैं।
कंपनी के नतीजे
वित्तीय मोर्चे पर कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2022 में 495 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 628 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, वित्त वर्ष 2022 में प्रॉफिट 34 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 40 करोड़ रुपये हो गया।