रांची:झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले मंगलवार को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने झारखंड में कई स्थानों पर छापे मारे। केंद्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई बांग्लादेशी घुसपैठ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की। इस दौरान ईडी की टीम ने वहां से कई फर्जी आधार कार्ड, नकली पासपोर्ट, अवैध हथियार, अचल सम्पत्ति के कागजात, नकदी, गहने, फर्जी आधार छापने के लिए प्रिंटिंग पेपर, प्रिटिंग मशीन और आधार का खाली प्रोफार्मा समेत विभिन्न आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की हैं।
इस बात की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी। एजेंसी ने कहा कि तलाशी जारी है और अपनी इस पोस्ट के साथ उसने बरामदगी की तस्वीरें भी शेयर कीं। बता दें कि झारखंड में बुधवार को होने वाले पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले जांच एजेंसी के रांची कार्यालय द्वारा दोनों पड़ोसी राज्यों में कुल 17 स्थानों पर जांच की जा रही है।
इस कार्रवाई की मीडिया में जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें रांची में बरियातु रोड पर स्थित एक होटल और शहर में एक रिजॉर्ट के बाहर CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के कर्मी तैनात दिखे। वहीं ईडी की टीम अंदर दस्तावेज, बही-खातों और वित्तीय रिकार्ड की जांच कर रही थी।
एजेंसी ने सितंबर महीने में झारखंड में कुछ बांग्लादेशी महिलाओं की कथित घुसपैठ और तस्करी के एक मामले की जांच के लिए PMLA (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत एक मामला दर्ज किया था। आरोप है कि इस तरह की घुसपैठ और तस्करी के जरिए बड़े पैमाने पर आपराधिक आय अर्जित की गई।
संघीय एजेंसी द्वारा पीएमएलए की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ECIR), जून में राजधानी रांची में बरियातु पुलिस थाने में दर्ज झारखंड पुलिस की एक प्राथमिकी पर आधारित है।
पुलिस की FIR एक बांग्लादेशी महिला की शिकायत पर आधारित है जो काम की तलाश में दलालों की मदद से भारत-बांग्लादेश सीमा से देश में कथित तौर पर अवैध तरीके से घुसी थी। उसने आरोपी के तौर पर करीब छह महिलाओं का नाम बताया था, जिसके बाद उन्हें भी एक स्थानीय रिजॉर्ट में छापा मारने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने इनमें से एक महिला के पास से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किया।
FIR में महिला शिकायतकर्ता के हवाले से कहा गया है कि उसे ‘ब्यूटी सैलून’ में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कथित तौर पर वेश्यावृत्ति के लिए बांग्लादेश से भारत में तस्करी कर लाया गया।
केंद्र सरकार ने झारखंड हाई कोर्ट में कहा था कि राज्य में अवैध बांग्लादेशी शरणार्थी रह रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा था कि अगर झारखंड में घुसपैठ हुई है तो केंद्रीय गृह और रक्षा मंत्रालय को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
बता दें कि झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा भी एक प्रमुख मुद्दा बना हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर इस तरह की घुसपैठ में मदद करने का आरोप लगाया है। भाजपा नेताओं का आरोप है कि इस घुसपैठ के कारण संथाल परगना और कोल्हान क्षेत्रों के आदिवासी बहुल इलाकों के जनसांख्यिकीय परिदृश्य में काफी बदलाव हो चुका है।
सोमवार को इसी घुसपैठ के मुद्दे पर भाजपा के लिए प्रचार करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्तारूढ़ झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन पर झारखंड को रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए ‘धर्मशाला’ में बदलने का आरोप लगाया था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को सरायकेला में घोषणा की कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनने पर घुसपैठियों की पहचान करने तथा उन्हें राज्य से खदेड़ने के साथ ही उनके द्वारा हथियाई गई जमीन को वापस लेने के लिए एक समिति गठित की जाएगी।
झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर बुधवार को मतदान होगा जबकि दूसरे चरण के तहत 38 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा।