डेस्क:यूपीपीसीएस परीक्षा को लेकर चल रहे आंदोलन ने रंग दिखाया है। पीसीएस परीक्षा को लेकर छात्रों की मांग मान ली है। पीसीएस की परीक्षा अब पहले की तरह एक दिन एक शिफ्ट में कराई जाएगी। दो दिन परीक्षा का आदेश वापस हो गया है। जिलाधिकारी और आयोग के सचिव ने छात्रों के बीच आकर लाउडस्पीकर से यह घोषणा की। डीएम ने बताया कि सीएम योगी के आदेश पर आयोग ने यह फैसला लिया है। कुछ देर बाद इसका नोटिस भी जारी कर दिया गया।
वहीं, यूपी लोकसेवा आयोग की तरफ से बताया गया है कि आरओ एआरओ की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। इसके लिए समिति बनाई गई है। यह समिति परीक्षा पर फैसला लेगी। यह सुनते ही छात्र भड़क गए और आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया। उनका कहना है कि यह मामले को उलझाने का प्रयास है।
आंदोलन के चौथे दिन गुरुवार को सुबह से ही आयोग के दफ्तर के अंदर गहमागहमी थी। दोपहर में आयोग की बैठक शुरू हुई। करीब तीन बजे अध्यक्ष संजय श्रीनेत भी बैठक में पहुंचे। इसके बाद करीब सवा चार बजे डीएम और सचिव छात्रों के बीच पहुंचे। डीएम ने लाउडस्पीकर पर कहा कि मुख्यमंत्री ने आयोग को छात्रों की समस्या का समाधान निकालने के लिए कहा था। इसके बाद आयोग ने छात्रों से बातचीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री की पहल पर आयोग ने यह फैसला लिया है कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 सैद्धांतिक रूप से पहले की तरह एक दिन में कराने का फैसला लिया है।
पीसीएस परीक्षा एक दिन में कराने के फैसले के बाद नॉर्मलाइजेशन अपने आप खत्म हो जाएगा। जब परीक्षा एक शिफ्ट में होगी तो नॉर्मलाइजेशन की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। हालांकि छात्र इस ऐलान के बाद भी आंदोलन खत्म करने के मूड में नहीं है। उनका कहना है कि पहले जो कुछ मौखिक बताया जा रहा है उसे लिखित रूप में नोटिस के जरिए सार्वजनिक किया जाए। दूसरा आरओ एआरओ परीक्षा स्थगित करने और समिति बनाने के फैसले का भी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह एक तरह से लालीपाप है।