स्पोर्ट्स डेस्क:टीम को सफलता की राह दिखाने के लिए कप्तान को कभी आगे बढ़कर अगुवाई करनी पड़ती है तो कभी साथी खिलाड़ियों को मौका देने के लिए कुछ त्याग करने पड़ते हैं। ऐसा ही कुछ सूर्यकुमार यादव के साथ साउथ अफ्रीका सीरीज के दौरान हुआ। उन्होंने सीरीज के दौरान एक ऐसा त्याग किया जो टीम के लिए मास्टर स्ट्रोक बन गया। बता दें, चार मैच की इस सीरीज में टीम इंडिया ने मेजबानों को 3-1 से धूल चटाई। पहले दो मुकाबलों के बाद सीरीज 1-1 की बराबरी पर थी, तब सूर्यकुमार यादव ने अपनी नंबर-3 की पोजिशन का त्याग करते हुए तिलक वर्मा को ऊपर खेलने का मौका दिया और इस युवा सनसनी ने अगले दोनों मैचों में शतक जड़ कप्तान के इस त्याग को जाया नहीं जाने दिया।
सूर्यकुमार यादव सेंचुरियन में खेले गए तीसरे वनडे मैच के दौरान खुलासा किया था कि तिलक वर्मा ने खुद उनसे नंबर-3 का पायदान मांगा था। कप्तान ने कहा था, “तिलक वर्मा के बारे में मैं क्या कह सकता हूं। वह मेरे पास दूसरे टी20 मैच (गकबेर्हा) के बाद कमरे में आए, मुझसे पूछा कि क्या वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं? मैंने उससे कहा कि आज उसका दिन है और उसे इसका लुत्फ उठाना चाहिए। मैं जानता था कि वह क्या करने में सक्षम है और उसके लिए बहुत खुश हूं। वह निश्चित रूप से आगे चलकर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करेगा (मुस्कुराता है)। उसने इसके लिए कहा, उसने ऐसा किया।”
विराट कोहली के रिटायरमेंट के बाद सूर्यकुमार यादव ही नंबर-3 पर बल्लेबाजी कर रहे थे, बीच सीरीज में कप्तान से उनकी बैटिंग पोजिशन मांगने के बाद तिलक वर्मा पर रन बनाने का दबाव था। इस युवा खिलाड़ी ने इस दबाव को अच्छे से हैंडल किया और सीरीज में सर्वाधिक 280 रन बनाए।
तिलक वर्मा ने सेंचुरियन में 56 गेंदों पर 8 चौकों और 7 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 107 रनों की पारी खेली थी, वहीं जोहानसबर्ग में खेले गए आखिरी टी20 में नाबाद 120 रन बनाए। इन दोनों ही मुकाबलों में वह प्लेयर ऑफ द मैच रहने के साथ अंत में प्लेयर ऑफ द सीरीज भी बने।