मुंबई:भारी कर्ज की वजह से अनिल अंबानी का रिलायंस समूह लंबे समय से रिकवरी के लिए संघर्ष कर रहा है। समूह की कई ऐसी कंपनियां हैं जो या तो बिक चुकी हैं या दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही हैं। हालांकि, अब अनिल अंबानी इस माहौल से बाहर निकलने की कोशिश में जुट गए हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ महीनों में अनिल अंबानी की अलग-अलग कंपनियों ने कर्ज चुकाने पर फोकस किया है। अब अंबानी के रिलायंस समूह ने 2030 के लिए अपनी ग्रोथ स्ट्रैटजी के तहत रिलायंस ग्रुप कॉरपोरेट सेंटर (आरजीसीसी) स्थापित किया है।
क्या कहा रिलायंस समूह ने
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक रिलायंस ग्रुप कॉरपोरेट सेंटर एक रणनीतिक केंद्र के रूप में काम करेगा, जो समूह की कंपनियों को नए अवसरों और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट की तलाश में मार्गदर्शन प्रदान करेगा। इसकी मुख्य टीम में समूह के अनुभवी लोग- सतीश सेठ, पुनीत गर्ग और के राजा गोपाल शामिल होंगे। बता दें कि पुनीत गर्ग वर्तमान में रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हैं, जबकि के राजा गोपाल छह साल से रिलायंस पावर के प्रमुख हैं। समूह की कंपनियों के अगुवाओं को भी रिलायंस ग्रुप कॉरपोरेट सेंटर में आमंत्रित किया जाएगा।
क्या है मकसद
समूह के मुताबिक रिलायंस ग्रुप कॉरपोरेट सेंटर की स्थापना का उद्देश्य इन अनुभवी लोगों की आंतरिक विशेषज्ञता का उपयोग कर समूह की दूरदर्शी वृद्धि पहलों का समर्थन करना और भविष्य की परियोजनाओं के लिए नेतृत्व की एक नई पीढ़ी तैयार करना है। रिलायंस ग्रुप कॉरपोरेट सेंटर उभरते नेतृत्व को सलाह देने और विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, तथा समूह को निरंतर वृद्धि की ओर अग्रसर करने के लिए अनुभव को नई प्रतिभाओं के साथ जोड़ेगा।
कर्ज फ्री होने पर फोकस
हाल ही में रिलायंस समूह के अंतर्गत प्रमुख कम्पनियों, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और रिलायंस पावर लिमिटेड ने शून्य बैंक ऋण की स्थिति हासिल कर ली है तथा नए वृद्धि क्षेत्रों में विस्तार की रूपरेखा तैयार की है।