रियो डी जनेरियो:ब्राज़ील के रियो डी जनेरियो में आयोजित हो रहे 19वें G20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत वैदिक मंत्रों के साथ किया जाएगा। ब्राज़ील के वैदिक विद्वानों ने अपने जीवन पर वेदों के प्रभाव को रेखांकित करते हुए कहा कि मंत्रों के जाप से उन्हें शांति और आनंद का अनुभव होता है।
वैदिक विद्वान जेनिफर शोल्स ने एएनआई से बातचीत में बताया, “मैंने 10 साल पहले वेदों का अध्ययन शुरू किया। उस समय मुझे अपने जीवन का कोई उद्देश्य नहीं समझ आ रहा था। लेकिन वेदों ने मुझे मेरे अस्तित्व का एहसास कराया। मैं थोड़ी नर्वस हूं लेकिन बहुत खुश भी हूं।”
एक अन्य वैदिक विद्वान जोनास मासेट्टी, जिन्हें आचार्य विश्वनाथ के नाम से भी जाना जाता है, ने बताया कि ब्राज़ील में लोग भारतीय संस्कृति से जुड़ाव महसूस करते हैं। उन्होंने कहा, “ब्राज़ील में बहुत से लोग वैदिक और भारतीय संस्कृति से जुड़ते हैं। पहली बार जब वे मंत्र सुनते हैं, तो उनके दिलों में शांति और आनंद की अनुभूति होती है। यहां कई छात्र संस्कृत, मंत्र, रामायण और महाभारत की कथाएं सीखते हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी 18-19 नवंबर को ब्राज़ील में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। भारत ने पिछले साल G20 की अध्यक्षता में वैश्विक दक्षिण (Global South) की प्राथमिकताओं को एजेंडे में मुख्यधारा में लाने का काम किया था। ब्राज़ील इस दिशा में प्रगति जारी रखने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पिछले वर्ष G20 की सफल अध्यक्षता ने इसे जन-आंदोलन बनाया और वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताओं को मुख्यधारा में लाया। इस वर्ष ब्राज़ील ने भारत की विरासत को आगे बढ़ाया है। ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की हमारी दृष्टि को ध्यान में रखते हुए, मैं सार्थक चर्चा की उम्मीद करता हूं।”