डेस्क:उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले में गोमांस की बरामदगी के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नंद किशोर गुर्जर आक्रोशित हैं। दादरी में करीब 4 करोड़ रुपए का मांस पकड़े जाने के बाद गाजियाबाद के लोनी से विधायक गुर्जर ने एक बार फिर अफसरों पर अपनी भड़ास निकालते हुए आरोप लगाया कि कुछ बड़े अफसर पैसा लेकर गोहत्या की मंजूरी दे रहे हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि जो हालात इस सरकार के दौरान बना दिए हैं वैसा तो मुगलशासन के दौरान भी नहीं था।
नंद किशोर गुर्जर ने कहा, ‘हमने सीखा कि गाय पूरे विश्व की माता है। कोई किसी की मां को छेड़ दे तो कत्लेआम हो जाता है। आज पूरे सनातन पर हमला हुआ है। दादरी गोपालकों का क्षेत्र हैं, यहां हम यह उम्मीद नहीं कर सकते थे। गोहत्या पर तैमूर को यहां मरना पड़ा। जो मुगलों के टाइम पर नहीं हुआ वह हमारी सरकार में हो रहा है। हम जितने विधायक, मंत्री, सांसद यूपी में रह रहे हैं उन सबके लिए काला दिन है, हमें डूब मरना चाहिए।’
विधायक ने एक्स पर लिखा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्षा के लिए कान्हा गोशाला बनवाकर गोमाता के संरक्षण और संवर्धन के लिए काम कर रहे हैं लेकिन वहीं दूसरी तरफ गौतमबुद्धनगर में पुलिस की नाक के नीचे गौतस्करो के सिंडिकेट के द्वारा 300 टन यानी 8 हजार से ज्यादा गोमाताओं का कत्ल कर एकत्र कर लिया जाता है और प्रशासन को भनक तक नहीं लगती। यह कलंक है हम सभी की ऊपर। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सिंडिकेट बड़े अधिकारियों के संरक्षण में कई राज्यों में फैला है। इस सिंडिकेट के खुलासे के लिए उच्चस्तरीय समिति या पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराया जाना आवश्यक है जिससे गोमांस का पैसा खाने वाले अधिकारियों पर रासुका लगाई जा सके और इनको सजा दिलाई जा सके।
मीडिया से बात करते हुए वह बुरी तरह भड़के नजर आए। उन्होंने कहा कि जो मांस पकड़ा गया वह करीब 8 हजार गायों का है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में बैठे हुए दो अधिकारी गाय कटवाकर पैसा ले रहे हैं और नीचे के अधिकारियों को काम नहीं करने दे द रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘इसकी जांच सीबीआई से हो। हम मुख्यमंत्री जी से भी कहेंगे। और सब चीज चल सकती है, हम क्यों सत्ता में आए थे। काहे के हिंदू हैं हम, मर जाना चाहिए, या जालीदार टोपी पहन लें, मांस खाएं, कटवाएं। शर्म नहीं आ रही है इन अधिकारियों को बैठकर लखनऊ में। पूरी सरकार को बर्बाद कर दिया है।’