नई दिल्ली:राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। एनआईए लश्कर-ए-तैयबा के बड़े कमांडर सलमान खान को रवांडा से भारत लाई है। खान पर बेंगलुरु की जेल में देश के खिलाफ साजिश रचने और लोगों को कट्टरपंथी बनाकर आतंक की फौज तैयार करने का आरोप है। एनआईए अधिकारी ने कहा कि सलमान को 27 नवंबर को हिरासत में लिया गया और आज सुबह भारत लाया गया। सलमान 2020 के बाद से एनआईए के रडार पर था और एजेंसी उसके प्रत्यर्पण की कोशिश में थी। एनआईए ने इस काम में रवांडा जांच ब्यूरो (आरआईबी), इंटरपोल और राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो (एनसीबी) की सहायता ली।
सीबीआई ने एक बयान में कहा, “एनआईए के अनुरोध पर सीबीआई ने 2 अगस्त 2024 को इंटरपोल से सलमान खान के खिलाफ एक रेड नोटिस जारी करवाया था। खान की लोकेशन ट्रेस करने के लिए विश्व स्तर पर कई कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जानकारी दी गई। तब पता लगा कि सलमान रवांडा में छिपा है। इसके बाद सीबीआई ने रवांडा की राजधानी किगाली में इंटरपोल से सहायता से सलमान को लोकेट किया और गिरफ्तार किया।
एलटीए आतंकी सलमान खान पर क्या आरोप
आतंकी सलमान खान के खिलाफ आतंकी गतिविधियों की लंबी लिस्ट है। संघीय आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसी ने सलमान के खिलाफ बेंगलुरु की जेल में कट्टरपंथ की साजिश का मामला अक्टूबर 2023 में दर्ज किया था। एनआईए के अनुसार, सलमान खान को पहले 2018-2022 तक बच्चों को यौन अपराध निवारण (POCSO) मामले में बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया था।
लश्कर से जुड़ने के बाद उसने आतंकियों को हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराए। आतंकी साजिश रचने के अलावा, नसीर ने जेल से अदालत के रास्ते में भागने की भी योजना बनाई थी। एजेंसी ने कहा कि आतंकी साजिश का खुलासा होने के बाद सलमान खान देश छोड़कर भाग गया। उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया और बाद में भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के तहत आरोप पत्र दायर किया गया।
सऊदी से दो अन्य संदिग्ध आतंकियों को भी लाया गया
सलमान खान पर एनआईए की सफलता के अलावा सीबीआई हाल ही में सऊदी अरब से अलग-अलग मामलों में दो अन्य संदिग्धों को भारत लेकर आई। इनमें एक बरकत अली खान 2012 में दंगे और विस्फोटक पदार्थों के इस्तेमाल के एक मामले में वांछित था। इंटरपोल उसके खिलाफ रेड नोटिस जारी कर चुकी है। उसे 14 नवंबर को सऊदी अरब से वापस लाया गया था। दूसरे संदिग्ध आतंकी रेहान को केरल के पट्टांबी में नाबालिग के साथ बलात्कार और यौन अपराध करने के आरोप में 10 नवंबर को सऊदी अरब से लाया गया था। इंटरपोल ने भी उसके खिलाफ रेड नोटिस जारी किया था।