डेस्क:बिहार में सभी राजनीतिक दल आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हैं। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पिछले कुछ दिनों से नीतीश सरकार पर एक ओर जहां अपने हमले तेज कर दिए हैं तो वहीं तेजस्वी कार्यकर्ता संवाद यात्रा भी कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस यात्रा के जरिए वो अलग-अलग जिलों में जाकर पार्टी नेताओं को लेकर फीडबैक ले रहे हैं। इसके अलावा को आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजद कार्यकर्ताओं में भी जोश भरने का काम कर रहे हैं।
राजद नेता तेजस्वी यादव लगातार जन सरोकार से जुड़ी घोषणाएं भी कर रहे हैं जो निश्चित तौर से सरकार की परेशानी बढ़ाने वाली हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एक रणनीति के तहत रह-रह कर तेजस्वी यादव अपने तरकश से तीर निकाल रहे हैं और यकीनन उनका निशाना अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर है।
महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने के लिए माई-बहन मान योजना, बिहार में उपभोक्ताओं को 200 यूनिट फ्री बिजली और वृद्धा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये करने का ऐलान तेजस्वी ने कुछ ही दिनों पहले किया है। तेजस्वी ने यह भी वादा किया है कि अगर आगामी चुनाव में उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो इन योजनाओं को जल्द ही लागू कर दिया जाएगा।
हालांकि, तेजस्वी की इन घोषणाओं का आने वाले विधानसभा चुनाव में कितना असर पड़ेगा यह तो वक्त बताएगा लेकिन तरकश से निकले इन तीरों ने बिहार में सियासी हलचल जरूर बढ़ा दी है। तेजस्वी यादव कई मौकों पर बिहार में रोजगार और विकास का मुद्दा उठाते रहे हैं। वो रह-रह कर यह भी गिनाते हैं कि राज्य में 11 महीने के शासनकाल में लाखों लोगों को नौकरी देने का उन्होंने वादा पूरा किया था।
हालांकि, बिहार में नीतीश कुमार की राजनीति थोड़ी अलग रही है। नीतीश कुमार गाहे-बगाहे वादे तो नहीं करते लेकिन राज्य में महिला वोटरों पर उनकी पकड़ की कोई सानी नहीं है। छात्राओं के लिए साइकिल, पोशाक के लिए पैसे, अविवाहित लड़कियों को प्रोत्साहन राशि, पंचायत और निकाय चुनावों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण, सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण नीतीश कुमार के कुछ बड़े कामों में से एक हैं। याद रहे कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के कहने पर ही राज्य में शराबबंदी जैसा बड़ा फैसला भी लिया था जिसकी काफी प्रशंसा होती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश कुमार यह जानते हैं कि फिलहाल तेजस्वी यादव सिर्फ ऐलान करने के अलावा कुछ देने की स्थिति में नहीं हैं लिहाजा अभी वो सिर्फ इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि तेजस्वी के तरकश में ऐसे कितने तीर हैं। आने वाले दिनों में तेजस्वी के कांट के तौर पर सीएम नीतीश जन सरोकार से जुड़े कुछ बड़े ऐलान भी कर सकते हैं।