डेस्क:स्पाइसजेट जेनेसिस को 6 मिलियन डॉलर का भुगतान करेगी और जेनेसिस ₹100 प्रति शेयर की कीमत पर स्पाइसजेट की 4 मिलियन डॉलर की इक्विटी का अधिग्रहण करेगी, जो पिछले बंद भाव से 78% अधिक है। स्पाइसजेट ने गुरुवार को बताया कि, समझौते के लिए विमानन कंपनी जेनेसिस को 60 लाख अमेरिकी डॉलर का भुगतान भी करेगी। फाइनेंशियल दिक्कतों का सामना कर रही एयरलाइंस ने हाल ही में 3,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। वह पट्टादाताओं और अन्य संस्थाओं के साथ विभिन्न विवादों का निपटारा कर रही है।
स्पाइसजेट ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, उसने जेनेसिस के साथ सौहार्दपूर्ण समझौता कर लिया है, जिससे उनका 1.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक का विवाद सुलझ गया है। इनसे पहले, स्पाइसजेट पहले ही कई अन्य लीज़र के साथ समझौता कर चुकी है, जिनमें होराइजन एविएशन, इंजन लीज़ फाइनेंस कॉरपोरेशन, एयरकैसल, विलमिंगटन ट्रस्ट एसपी, शैनन इंजन सपोर्ट लिमिटेड और एक्सपोर्ट डेवलपमेंट कनाडा शामिल हैं।
शेयर के चढ़े भाव
समझौते के तहत जेनेसिस ₹100 प्रति शेयर की कीमत पर स्पाइसजेट की 40 लाख डॉलर की इक्विटी हासिल करेगी, जो पिछले बंद भाव से 78% अधिक है। घोषणा के बाद स्पाइसजेट के शेयर BSE पर दोपहर 12:58 बजे 7.91% बढ़कर ₹60.73 पर कारोबार कर रहे थे।
देनदारियों का निपटान
ये घटनाक्रम स्पाइसजेट द्वारा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से ₹3,000 करोड़ जुटाने के बाद सामने आए हैं और तब से यह दावों का निपटान कर रहा है। अब तक, एयरलाइन ने TDS, माल और सेवा कर (GST), और कर्मचारी वेतन बकाया सहित सभी लंबित वैधानिक देनदारियों का निपटान कर दिया है। इसने कहा कि इसने PF और TDS भुगतान सहित अपने वैधानिक दायित्वों को पूरा करने के लिए आंतरिक कैश फलो का उपयोग किया है।
इस सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली हाईकोर्ट ने सीईओ और सीओओ को समन जारी किया और अब स्पाइसजेट द्वारा पट्टेदार को लौटाए गए विमानों से पुर्जे हटाने पर “आश्चर्य” भी व्यक्त किया। 17 दिसंबर को कोर्ट ने पट्टेदार टीडब्ल्यूसी एविएशन द्वारा दायर अवमानना याचिका पर सुनवाई की, जिसमें दावा किया गया कि एयरलाइन द्वारा इंजन और विमान लौटाए जाने के बावजूद एयरफ्रेम से कई पुर्जे हटा दिए गए।