डेस्क:कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के परभणी में न्यायिक हिरासत में मारे गए सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार से सोमवार को मुलाकात की। इस महीने की शुरुआत में हिंसा भड़कने के बाद सूर्यवंशी को गिरफ्तार किया गया था। लोकसभा में विपक्ष ने आरोप लगाया कि सोमनाथ सूर्यवंशी की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि वह दलित थे और संविधान की रक्षा कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सोमनाथ सूर्यवंशी को पुलिस ने मार डाला और यह हिरासत में मौत का मामला है।
मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित परभणी शहर के रेलवे स्टेशन के बाहर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के पास की यह घटना है। यहां संविधान की कॉपी को 10 दिसंबर की शाम को क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद हिंसा भड़क उठी थी। परभणी के शंकर नगर निवासी सूर्यवंशी उन 50 से अधिक लोगों में शामिल थे, जिन्हें हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, परभणी जिला केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में रखे गए सूर्यवंशी को सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत की। इसके बाद उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां 15 दिसंबर को उनकी मौत हो गई थी।
परभणी हिंसा की न्यायिक जांच के आदेश
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने परभणी हिंसा की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने हाल में राज्य विधानसभा में कहा था कि सूर्यवंशी ने मजिस्ट्रेट को बताया था कि उन्हें प्रताड़ित नहीं किया गया और सीसीटीवी फुटेज में भी क्रूरता का कोई सबूत नहीं दिखा। भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने गांधी के दौरे को नाटक करार दिया है।
मायावती ने राहुल के दौरे पर साधा निशाना
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राहुल गांधी के परभणी दौरे पर प्रतिक्रिया दी। बसपा प्रमुख ने कांग्रेस नेता के परभणी दौरे से पहले सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘भारतीय संविधान के मूल निर्माता परम पूज्य बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान व उनके करोड़ों अनुयायियों के प्रति हीन भावना का दुखद परिणाम है कि परभणी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं। साबित है कि कांग्रेस व भाजपा आदि कोई इनका सच्चा हितैषी नहीं। सबकी नीयत, नीति में खोट है।’