डेस्क:साल के अंत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने अच्छी खबर दी है। सेंट्रल बैंक ने अपने मंथली बुलेटिन में कहा है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी गति से आगे बढ़ेगी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट का मानना है कि डोमेस्टिक प्राइवेट खपत की वजह से अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी। बता दें, नवंबर के महीने में महंगाई दर में नरमी देखने को मिली थी। सरकार की तरफ से जारी किए गए डाटा के अनुसार नवंबर मे खुदरा महंगाई दर 5.48 प्रतिशत थी।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने क्या कुछ कहा है?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपने मासिक बुलेटिन में कहा है, “भारत की विकास दर 2024-25 की दूसरी तिमाही में बढ़ने की उम्मीद है। इसके पीछे की वजह घरेलू खपत का बढ़ना है। साथ ही खाद्यान उत्पादन और ग्रामीण का भी बढ़ते मोमेंटम का सहयोग मिल रहा है।” रिजर्व बैंक ने कहा है कि इसके अतिरिक्त सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च से भी आर्थिक गतिविधि के प्रभावित होने और निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। बैंक ने वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल परिस्थितियां और महंगाई चिंता खड़ी कर रही हैं।
सितंबर की तिमाही रही चुनौती पूर्ण
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही ने अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी थी। सितंबर क्वार्टर में इंडियन इकनॉमी की ग्रोथ रेट दूसरे साल के सबसे धीमे स्तर पर था। जुलाई से सितंबर तक जीडीपी 5.4 प्रतिशत थी। जोकि सेंट्रल बैंक के प्रोजेक्शन 7 प्रतिशत से काफी कम था। बता दें, सितंबर 2022 के बाद इंडियन इकनॉमी के लिए पिछला क्वार्टर सबसे खराब था।
मंथली रिपोर्ट में कहा गया है कि खपत बढ़ने की वजह से नई नौकरियां पैदा हुई हैं। लॉजिस्टिक, ईवी, ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रीकल्चर और एग्रोकेमिकल्स, ई-कॉमर्स सेक्टर का सपोर्ट मिल रहा है।
दूसरी छमाही में सबसे बड़ी उम्मीद लोगों को बजट से रहेगी। अब देखना होगा कि इस बार के बजट में कोई ऐलान होता है या नहीं।