डेस्क:बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हमलों के बीच संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने वहां की अंतरिम सरकार को सख्त चेतावनी दी है। हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र ने ढाका से आग्रह किया है कि वह देश के सभी नागरिकों के मानवाधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन और बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस के बीच फोन पर हुई बातचीत के दौरान भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई।
सुलिवन के साथ फोन पर बातचीत के दौरान मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता जताई है। व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया, “दोनों नेताओं ने धर्म की परवाह किए बिना सभी लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान करने और उनकी रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।” यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका में बाइडन प्रशासन से सत्ता डोनाल्ड ट्रंप को सौंपने में केवल एक महीने से भी कम समय बचा है। ट्रंप अगले साल 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे।
बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले और हिंसा की घटनाएं जारी
हाल ही में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय और उनके पूजा स्थलों पर लगातार हमले हो रहे हैं। यह घटनाएं खास तौर पर शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से तेजी से बढ़ी हैं। व्हाइट हाउस ने 13 दिसंबर को कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन बांग्लादेश की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और अमेरिका देश की अंतरिम सरकार को धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जवाबदेह ठहराएगा।
कांग्रेसमैन थानेदार ने की बांग्लादेश सरकार से कड़े कदम उठाने की अपील
भारतीय अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद श्री थानेदार ने हाल ही में व्हाइट हाउस से अपील की कि वह बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या और मंदिरों को नष्ट करने के मुद्दे को प्रमुखता से उठाए। उन्होंने कहा, “अमेरिका को हमेशा से पीड़ितों की आवाज बनने का गौरव प्राप्त रहा है। हमें इस मामले में भी ऐसा ही करना चाहिए। प्रधानमंत्री मुहम्मद यूनुस को अपने वादे को पूरा करना होगा और शांति व समानता के सिद्धांतों पर देश का पुनर्निर्माण करना होगा।”
मानवाधिकार संगठनों की चेतावनी
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदूएक्शन जैसी मानवाधिकार संगठन ने कहा कि बांग्लादेश में पिछले कुछ महीनों में हिंसा की घटनाओं में तेजी आई है। संगठन के कार्यकारी निदेशक उत्सव चक्रवर्ती ने कहा कि “पिछले साढ़े पांच महीनों में जो कुछ हुआ है, वह दर्शाता है कि मुहम्मद यूनुस अपने जमात-ए-इस्लामी के सहयोगियों को रोकने में असफल रहे हैं। ये लोग देशभर में मंदिर जला रहे हैं, लोगों की हत्या कर रहे हैं और हिंदू समुदाय की महिलाओं पर अत्याचार कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “अमेरिका को बांग्लादेश पर प्रतिबंध लगाने और हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदाय के लिए सुरक्षित क्षेत्रों की स्थापना करने की दिशा में कदम उठाना चाहिए।”
इस गंभीर स्थिति में बांग्लादेश की सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। हिंदू समुदाय और अन्य अल्पसंख्यक समूहों ने शांति और सुरक्षा की गुहार लगाई है।