बच्चों को मोटिवेट करना बेहद जरूरी है। जिन बच्चों को मोटिवेट नहीं किया जाता, उनके अंदर हीनभावना और असुरक्षा की भावना घर कर जाती है। ऐसे में पेरेंट होने के नाते आपकी जिम्मेदारी है कि बच्चों को उनकी गलतियों पर डांटने के साथ उनकी अच्छाइयों और उपलब्धियों को सराहना भी चाहिए। आइए, जानते हैं कि बच्चों को मोटिवेट करने से उनके दिमाग पर कितना पॉजिटिव असर पड़ता है और बच्चों को क्यों सराहना जरूरी है।
बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है
पेरेंट यानी आप बच्चों की नजरों में हीरो होते हैं। ऐसे में जब उनकी किसी अचीवमेंट पर उनके हीरो उनकी तारीफ और मोटिवेट करते हैं, तो उनका खुद पर विश्वास बढ़ता है। उनका आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उन्हें हमेशा मोटिवेट करें।
मुश्किल से निकलने में हेल्प
आपका बच्चा अगर किसी काम को सही से नहीं कर पा रहा, तो भी उसे डांटने की बजाय मोटिवेट करें कि फिर से कोशिश करने पर उनसे बेहतर यह काम कोई नहीं कर सकता। जैसे, अगर आपका बच्चा पेटिंग ठीक से नहीं कर पाता, तो उसकी हेल्प करें और मोटिवेट करते हुए बताएंं कि वह कैसे इस काम को और बेहतर तरीके से कर सकता है।
इनसिक्योरिटी नहीं होती
इनसिक्योरिटी होने से जलन की भावना जन्म लेती है। आप हमेशा अगर दूसरे बच्चों की तारीफ करेंगे और अपने बच्चों की गलतियां निकालते रहेंगे, तो इससे आपका बच्चा इनसिक्योर हो सकता है। उसे दूसरे बच्चों को देखकर जलन हो सकती है, इसलिए बच्चों को मोटिवेट भी करें।
कोशिश करने के लिए मोटिवेट करें
हार और जीत जीवन का हिस्सा है इसलिए अगर आपका बच्चा हार भी जाता है, तो उसे आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट करें। बच्चे को हमेशा जीतना ही न सिखाएं बल्कि उसे हार से डील करना भी जरूर सिखाएं।