डेस्क:बिहार की राजनीति में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जारी सियासी घमासान अब अपशब्दों और गाली गलौज तक पहुंच गया है। गिरिराज सिंह ने अरविंद केजरीवाल के लिए नमकहराम शब्द का इस्तेमाल किया तो राषट्रीय जनता दल, राजद ने भाजपा नेताओं के लिए ऐसे शब्द का उपयोग किया जिसे हम ना तो बोल सकते हैं और ना लिख सकते हैं। अब राजद ने इसपर सफाई दी है। सोशल मीडिया पर रविवार को राजद गलत शब्द का उपयोग किया था। उस पोस्ट को रेफर करके पार्टी की ओर से सफाई दी जा रही है क्योंकि लालू, तेजस्वी की पार्टी आरजेडी के ट्वीट पर जमकर जुबानी बवाल हुआ।
रविवार देर रात आरजेडी के ऑफिसियल एक्स हैंडल पर पोस्ट डाला गया जिसमें पहले ट्वीट में इस्तेमाल किए गए शब्द की व्याख्या करके अर्थ समझाया गया है। कहा गया है कि इस शब्द का मतलब होता है डबल फेस यानि दो गले वाला। जिसके दो सुर हों। एक बात कहो फिर बदल जाओ। जिसकी बातों का कोई भरोसा नहीं। उक्त शब्द का अर्थ होता है तथ्यों से पलटने वाला मिश्रित स्वभाव का दोहरे चरित्र के व्यक्ति।
दरअसल 2025 के चुनाव में सत्ता हासिल करने के लिए एनडीए और महागठबंधन के नेता कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते। विरोधियों की कमियों और गलतियों को उजागर करने की मुहिम चल पड़ी है। एक दूसरे पर जुबानी हमले का सिलसिला चल रहा है। एनडीए के नेता लालू-राबड़ी शासन काल की याद दिला कर उनकी खिंचाई कर रहे हैं तो राजद और कांग्रेस के नेता बीजेपी को धोखेबाज और नीतीश कुमार को थका हुआ मुख्यमंत्री बताकर जनता से अपील कर रहे हैं कि डबल इंजन की सरकार को बेदखल करना जरूरी है। इसी क्रम में भाषाई मर्यादाएं टूट रही हैं।
इसके पहले भी राजद के द्वारा विवादास्पद शब्दों का इस्तेमाल किया जाता रहा। लालू यादव कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास को भक्चोन्हर दास कहा था तो जमुई में राजद की सभा में चिराग पासवान को मां की गाली दी गई थी।
इस पर बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा है कि हार की हताशा में राजद अपशब्दों का इस्तेमाल कर रही है तो जदयू नेता अरविंद निषाद ने कहा है कि यह उनका संस्कार है। वहीं राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि क्रिया के बिपरित प्रतिक्रिया होती है। बीजेपी को उसी की भाषा में जवाब दिया जा रहा है।