डेस्क:महाकुंभ में भगदड़ और मौतों को लेकर विपक्ष खासकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयानों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को खूब बरसे। अखिलेश यादव के एक-एक वार पर पलटवार किया। सीएम योगी ने यहां तक कहा कि सनातन धर्म के खिलाफ सुपारी लेकर झूठ फैलाया जा रहा है। अखिलेश यादव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम लेकर सीएम योगी ने जबरदस्त हमला किया। अखिलेश यादव ने सरकार पर भगदड़ के बाद हुई मौतों का आंकड़ा छिपाने, शाही स्नान की परंपरा टूटने, बिना स्नान ही महाकुंभ से लाखों लोगों के लौटने जैसे आरोप लगाए थे। इन आरोपों का सीएम योगी ने एक-एक कर जवाब दिया।
प्रयागराज में मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खरगे और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान न केवल इनके सनातन विरोधी चरित्र को उजागर करता है बल्कि इनकी उस गिद्ध दृष्टि की ओर भी सभी का ध्यान आकर्षित करता है जो लगातार महाकुंभ को लेकर पहले दिन से दुष्प्रचार कर रहे हैं। उनका यह बयान न केवल सनातन धर्म पर प्रहार है बल्कि निंदनीय भी है और शर्मनाक भी है।
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का यह कहना कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हजारों लोग मर गए, इस पर अफसोस होता है। उनसे अपेक्षा की जाती है कि वह मर्यादित बयान संसद में रखें। इतना गुमराह करने वाला बयान और झूठ पर झूठ बोले गए। इसी तरह सपा अध्यक्ष का बयान है। दोनों दलों के बीच झूठ बोलने की प्रतिस्पर्धा चल रही है।
सीएम योगी ने कहा कि यह कहना कि आंकड़े नहीं दिए गए की सच्चाई सभी को पता है। यहां के प्रशासन ने आंकड़े दिए। उन आंकड़ों को मैंने भी सभी के सामने रखा है। घटना दुखद थी। हर व्यक्ति दुखी था। लेकिन जितने क्विक रिस्पांस से मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस सभी ने मिलकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम किया है। यह अपने आप में एक मिसाल है।
सीएम योगी ने कहा कि करोड़ों लोग उस दिन प्रयागराज में उपस्थित थे। दोनों दल और सनातन विरोधी चाहते थे कि महाकुंभ में बड़ा हादसा हो जाए। हमारी पहली प्राथमिकता थी कि किसी भी स्थिति में इसको हम जीरो हादसे तक लेकर जाएं। इसके बाद भी कुछ लोग हादसे का शिकार हुए। हम लोगों ने घायलों का प्रापर इलाज कराया।
कहा कि आज भी कुछ घायल मेडिकल कॉलेज में हैं। कई अपने परिजनों के साथ चले गए हैं। सभी घायलों से हम लोगों ने मुलाकात की है। सभी ने कहा कि व्यवस्था में खामी नहीं थी। हमारी किस्मत है कि ऐसी स्थिति पैदा हुई।
सीएम योगी ने कहा कि उनसे बात के बाद सभी पहलुओं को लेकर सरकार जांच करा रही है। इसके लिए न्यायिक आयोग गठित किया गया। हमारी पहली प्राथमिकता थी कि जो आठ से नौ करोड़ लोग प्रयागराज में उपस्थित थे, उन्हें उनके घरों तक सुरक्षित भेजना। इन दोनों दलों और सनातन धर्म विरोधी लोगों के बयान कि लाखों लोगों ने स्नान नहीं किया और शाही स्नान नहीं हुआ, कहना गुमराह करने वाला बयान है। यह सनातन धर्म की अवमानना ही नहीं उसे बदनाम करने का एक हिस्सा है।
सीएम योगी ने कहा कि कोई परंपरा बाधित नहीं हुई है। मौनी अमावस्या का स्नान पहले दिन शाम साढ़े सात बजे से प्रारंभ हो गया था। अगले दिन पूरे दिन भर देर शाम तक मौनी अमावस्या का मुर्हूत था। स्वाभाविक रूप से अखाड़ों ने मेला प्रशासन से बातचीत करके अपने शाही स्नान को कुछ देर के लिए स्थगित किया था। दोपहर में मेरी बात हुई तो उसके बाद सभी ने परंपरागत तरीके से स्नान किए। तीनों शाही स्नान हुए और सभी अखाड़े उसमें शामिल हुए।
सीएम योगी ने कहा कि सपा अध्यक्ष का यह बयान कि सरकार ने सौ करोड़ लोगों के आने की घोषणा की थी, हास्यास्पद है। इन्हें बयान थोड़ा पढ़ना चाहिए। यह लोग 12 बजे सोकर उठते हैं। कार्यालय स्टाफ जिस तरह का नोट बनाकर देता है, उसे पढ़ देते हैं। यह लोग एक लीडर की जगह एक रीडर की तरह उसे पढ़कर अपनी जगहंसाई कराते हैं।
मैने बार-बार कहा कि 40 से 45 करोड़ लोग इस महाकुंभ में भागीदार बनेंगे। पिछले 22 दिन के अंदर 38 करोड़ श्रद्धालु यहां आ चुके हैं। कल बसंत पंचमी पर अंतिम शाही स्नान संपन्न हुआ है। पूरी दुनिया यहां आ रही है लेकिन जो लोग सनातन धर्म के खिलाफ सुपारी लेकर साजिश कर रहे हैं, इनकी साजिश कामयाब नहीं होगी। 29 जनवरी की साजिश की तह तक जाएंगे। साजिश करने वालों को बेनकाब करेंगे। साजिश करने वालों को सजा कैसे दिलाई जाती है, सब ने पहले भी देखा होगा। आगे भी सभी देखेंगे।