नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पहली बार अमेरिका से निर्वासित भारतीय प्रवासियों की वापसी पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की यह जिम्मेदारी होती है कि यदि उनके नागरिक विदेश में अवैध रूप से रह रहे हैं, तो उन्हें वापस लिया जाए। बुधवार को अमेरिका से 100 से अधिक भारतीयों को डिपोर्ट किया गया, जिन्हें अवैध प्रवासी घोषित किया गया था। इस बीच, विपक्ष ने निर्वासन प्रक्रिया को लेकर सरकार की तीखी आलोचना की है।
अवैध प्रवासियों को वापस लेना सभी देशों की जिम्मेदारी
राज्यसभा में बोलते हुए जयशंकर ने कहा,
“अगर किसी देश के नागरिक विदेश में अवैध रूप से पाए जाते हैं, तो उन्हें वापस लेना उस देश की जिम्मेदारी होती है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि निर्वासन की प्रक्रिया कोई नई नहीं है। इस बार अमेरिका से 104 भारतीय नागरिकों को सैन्य विमान के जरिए वापस भेजा गया, जो बुधवार को अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा।
हथकड़ी लगाए जाने के आरोपों पर क्या कहा?
प्रवासियों को कथित रूप से हथकड़ी लगाए जाने के सवाल पर जयशंकर ने कहा,
“अमेरिका में डिपोर्टेशन की प्रक्रिया इमिग्रेशन एंड कस्टम एन्फोर्समेंट (ICE) एजेंसी द्वारा की जा रही है। ICE जिन मानकों (SOP) पर काम करता है, वे 2012 से लागू हैं। इन मानकों में कुछ परिस्थितियों में बंदी बनाने का प्रावधान है। हालांकि, हमें ICE ने सूचित किया है कि महिलाओं और बच्चों को नहीं बांधा गया था।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार अमेरिकी प्रशासन से लगातार बातचीत कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निर्वासित भारतीयों के साथ कोई अमानवीय व्यवहार न हो।
अब तक कितने भारतीयों को डिपोर्ट किया गया?
कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला के सवाल के जवाब में जयशंकर ने 2009 से 2025 तक भारत भेजे गए लोगों के आंकड़े पेश किए:
- 2009: 734
- 2010: 799
- 2011: 597
- 2012: 530
- 2013: 550
- 2014: 591
- 2015: 708
- 2016: 1,303
- 2017: 1,024
- 2018: 1,180
- 2019: 2,042
- 2020: 1,889
- 2021: 805
- 2022: 862
- 2023: 670
- 2024: 1,368
- 2025: 104 (अब तक)
विपक्ष ने उठाए सवाल
विपक्षी दलों के सांसदों ने निर्वासित भारतीयों के साथ कथित दुर्व्यवहार को लेकर सरकार पर सवाल उठाए।
- निर्वासित प्रवासियों ने दावा किया कि उन्हें पूरी यात्रा के दौरान हाथ-पैरों में हथकड़ी लगाकर रखा गया, जो अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद ही हटाई गई।
- विपक्षी नेताओं ने इस अमानवीय व्यवहार की आलोचना की और सरकार से जवाब मांगा।
सरकार पर दबाव बढ़ा
सरकार अब अमेरिकी प्रशासन से निर्वासित भारतीयों के साथ उचित व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए बातचीत कर रही है। विपक्ष ने अवैध प्रवासन की समस्या और भविष्य में इसे रोकने की सरकार की योजनाओं पर भी सवाल उठाए हैं।