डेस्क:महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे धांधली के आरोपों ने देश की राजनीति में तेजी ला दी है। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने इस मामले में चुनाव आयोग पर सवाल उठा दिए। अब इस मामले पर चुनाव आयोग की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। चुनाव आयोग ने कहा कि वह किसी भी तरह के आरोपों का जवाब लिखित रूप से देगा। आयोग किसी भी राजनीतिक दल द्वारा उठाए गए सवालों, सुझावों और विचारों को महत्वपूर्ण मानता है।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखे अपने पोस्ट में चुनाव आयोग ने लिखा,”आयोग राजनीतिक दलों को एक मुख्य स्टेक होल्डर के रूप में देखता है। हमारे लिए मतदाता सर्वप्रथम है लेकिन हम राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए किसी भी विचार, सुझाव और सवालों को महत्व देते हैं। आयोग देश भर के चुनावों में समान रूप से अपनाए गए अपने पूरी तरह से तथ्यों पर आधारित और प्रक्रिया पर आधारित मैट्रिक्स के साथ सभी सवालों का लिखित रूप से जवाब देगा।
चुनाव आयोग का जवाब राहुल गांधी के उन आरोपों को लेकर आया, जहां उन्होंने आयोग पर महाराष्ट्र चुनाव में गलत काम करने का आरोप लगाया। शुक्रवार को की गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने कहा कि चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गलत काम किया है। मतदाता सूची में तमाम तरह की गलतियां मिली हैं।
महाविकास अद्याड़ी के साथियों के साथ मीडिया से बात करते हुए राहुल ने कहा कि मैं यहाँ महाराष्ट्र विधानसभा विधानसभा चुनावों में हमें काफी गड़बड़ियां मिलीं है। हम लगातार मतदाताओं और मतदान सूचियों की जांच कर रहे हैं। हमें इसकी और अधिक गहराई से जांच करने के लिए लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची की आवश्यकता है। हम जानना चाहते हैं कि आखिर यह नए अतिरिक्त मतदाता कौन हैं। आखिर कैसे एक बूथ के ज्यादातर एससी और एसटी मतदाताओं को दूसरे बूथ पर भेज दिया गया।
गांधी ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से इस मामले को लेकर जवाब मांगा था। लेकिन उनकी तरफ से हमें अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। इससे यह साफ होता है कि उन्होंने जो कुछ भी किया है उसमें कुछ न कुछ गड़बड़ तो है। मैं यहां पर कोई हवा हवाई आरोप नहीं लगा रहा हूं, जो डेटा हमारे पास उपलब्ध है उसे स्पष्ट रूप से दिखा भी रहा हूं।