बांग्लादेश में बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के ऑनलाइन संबोधन के बाद हिंसा का सिलसिला शुरू हो गया, जो शुक्रवार तक जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर तोड़फोड़ की और अवामी लीग के नेताओं के घरों को आग के हवाले कर दिया। इस हिंसा को लेकर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने गहरी चिंता व्यक्त की है, जबकि देश की राजनीतिक स्थिति पर अन्य राजनीतिक दलों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
हिंसा की आंच 24 जिलों तक फैली
शेख हसीना के संबोधन के बाद बांग्लादेश में हिंसा भड़क उठी, और यह 24 से अधिक जिलों तक फैल गई। प्रदर्शनकारियों ने देश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान के भित्ति चित्रों और स्मारकों को निशाना बनाया। तीन दिनों के भीतर, प्रदर्शनकारियों ने मुजीबुर्रहमान की कई प्रतिमाओं को नष्ट कर दिया, जो देशभर में असंतोष और विरोध की स्थिति को दर्शाता है।
गुरुवार को, कमिला अदालत परिसर, कमिला सिटी पार्क, नारायणगंज अदालत परिसर और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में मुजीबुर्रहमान के भित्तिचित्रों और प्रतिमाओं पर बुलडोजर चलाए गए। इस हमले का नेतृत्व स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन संगठन ने किया, जिसके सचिव रशीदुल हक ने कहा, “हम फासीवाद की सभी निशानियां मिटा देंगे।”
संयुक्त राष्ट्र की चिंता
बांग्लादेश में जारी हिंसा को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने गहरी चिंता व्यक्त की है। ह्यूमन राइट्स वॉच की उप एशिया निदेशक मीनाक्षी गांगुली ने कहा कि बांग्लादेश को सुधारों के लिए संयुक्त राष्ट्र का समर्थन लेना चाहिए, और इस तंत्र का सहयोग करना चाहिए जो देश के लोकतांत्रिक भविष्य को सुरक्षित कर सके।
बांग्लादेशी अभिनेत्री मेहर अफरोज हिरासत में
गुरुवार को बांग्लादेशी अभिनेत्री मेहर अफरोज शॉन को बांग्लादेश पुलिस की जासूसी शाखा ने हिरासत में लिया। शॉन सोशल मीडिया पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की आलोचना करती रही हैं। पुलिस अधिकारी रेजाउल करीम मॉलिक ने पुष्टि की कि शॉन को हिरासत में लिया गया है, लेकिन उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी देने से इंकार कर दिया।
सरकार ने शांति की अपील की
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने और कानून-व्यवस्था को तुरंत बहाल करने की अपील की। सरकार ने विशेष रूप से अवामी लीग के नेताओं और शेख हसीना के परिवार से जुड़ी संपत्तियों पर किसी भी तरह के हमले की निंदा की।
अवामी लीग नेताओं के घरों को आग के हवाले किया गया
बांग्लादेश के विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग के नेताओं के घरों में आग लगा दी। ढाका के बनानी इलाके में शेख सलीम के घर में आग लगा दी गई। इसके अलावा, ओबैदुल कादर (पूर्व सड़क, परिवहन एवं पुल मंत्री), अब्दुल कादर मिर्जा (कम्पनीगंज के अवामी लीग अध्यक्ष), शहादत मिर्जा (बसुरहाट नगरपालिका के पूर्व महापौर), शहरयार आलम (राजशाही में पूर्व विदेश राज्य मंत्री), अबू सईद (शालगरिया गांव के अवामी लीग नेता), और लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मसूद उद्दीन चौधरी (पूर्व सांसद) की संपत्तियों को भी जलाकर नष्ट कर दिया गया।
बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति इस समय अत्यधिक अस्थिर है, और सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। देश में बढ़ती हिंसा और असंतोष के बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें इस पर टिकी हुई हैं, और संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया से यह साफ है कि बांग्लादेश में शांति और लोकतांत्रिक स्थिरता के लिए संघर्ष जारी रहेगा।