डेस्क: दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक विजेंदर गुप्ता ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से शीशमहल में मिलाई गई संपत्तियों को अलग करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कई ऐसी प्रापर्टी थीं जो अधिकारियों और बाकी लोगों के के रहने के लिए थी। केजरीवाल जी ने 6 फ्लैग स्टाफ रोड को 10 से 50 हजार गज बनाने के लिए इसमें मर्ज (मिला) कर लिया था।
गुप्ता ने कहा, ‘मैंने मांग की है कि शीश महल में विलय की गई संपत्तियों को अलग किया जाना चाहिए। दिल्ली सरकार के अधिकारियों की 10 संपत्तियों का विलय कर दिया गया। केजरीवाल ने इसे 10,000 गज से 50,000 गज की संपत्ति में बदल दिया। हमने मांग की है कि एलजी इन संपत्तियों को अलग करें। इनमें जो तमाम संपत्तियां हैं उन्हें रीस्टोर किया जाए। दिल्ली सरकार के पास जो सरकारी निवास की दिक्कत रहती है, जिसे आम आदमी पार्टी ने बढ़ा दिया था। उसे वापस पूल में लाया जाए।’
इससे पहले सोमवार को उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से चार संपत्तियों का ‘शीशमहल’ (6, फ्लैगस्टाफ रोड) के साथ विलय रद्द करने का अनुरोध किया था। भाजपा ने ‘शीशमहल’ का इस्तेमाल हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार के मुद्दों पर घेरने के लिए एक राजनीतिक हथियार के रूप में किया।
गुप्ता ने कहा कि बंगले का विस्तार चार सरकारी संपत्तियों को मिलाकर किया गया है और उन्होंने उन संपत्तियों के विलय को रद्द करने के लिए उपराज्यपाल सक्सेना को एक पत्र लिखा है। सिविल लाइंस क्षेत्र में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित पुनर्निर्मित बंगला 2015 से अक्टूबर 2024 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक निवास था। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों पर पद से इस्तीफा देने के बाद इसे खाली कर दिया था।