डेस्क:राजस्थान के ब्यावर जिले में बिजयनगर नगरपालिका ने नाबालिग लड़कियों का कथित रूप से यौन शोषण करने और जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कथित घटना में शामिल कथित आरोपी के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई की है। विजयनगर नगरपालिका ने आरोपी की ओर से किए गए अवैध कब्जे को हटा दिया। राजस्थान पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से तीन नाबालिग बताए जाते हैं।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक पूर्व निर्दलीय वार्ड पार्षद को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। बिजयनगर नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी प्रताप सिंह ने अवैध कब्जे को लेकर 5 आरोपियों को दस्तावेज जमा करने के लिए नोटिस दिया था। इसके बाद नगर पालिका टीम की ओर से सोमवार को आरोपी अरमान के घर पर बुलडोजर से तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई।
नगर पालिका की टीम ने सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण को भी हटाया और अवैध निर्माण वाले परिसर को सील कर दिया। वहीं नाबालिग लड़कियों के कथित यौन शोषण और जबरन धर्म परिवर्तन के प्रयास के विरोध में सोमवार को ब्यावर, बिजयनगर, केकड़ी, मसूदा, सरवाड़ और आसपास के इलाकों में बाजार बंद रहे। विभिन्न संगठनों ने आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग को लेकर रैलियां निकालीं।
मसूदा पुलिस उपाधीक्षक सज्जन सिंह ने बताया कि मामले में पूर्व वार्ड पार्षद हकीम कुरैशी को गिरफ्तार किया गया है। राजस्थान पुलिस उससे भी पूछताछ कर रही है। कुरैशी को रविवार शाम को कोटडा की एक अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पिछले हफ्ते बिजयनगर थाने में पांच लड़कियों के परिजनों की ओर से यौन शोषण, दुष्कर्म, पीछा करने और पॉक्सो अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद 10 मुस्लिम युवकों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पांच लड़कियों ने पुलिस में शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने उन्हें चीनी मोबाइल दिए और उनका यौन शोषण किया।
पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों ने कथित तौर पर सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों से संपर्क किया और उन्हें बात करने के लिए चीनी मोबाइल फोन दिए। पीड़ित नाबालिग लड़कियों ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है और धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है।