डेस्क:बिहार में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले नीतीश कैबिनेट का विस्तार किया गया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कोटे से 7 नए मंत्री बनाए गए हैं। पटना स्थित राजभवन में सभी नए मंत्रियों का मंगलवार शाम शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। बीजेपी विधायक संजय सरावगी, सुनील कुमार, जीवेश मिश्रा, राजू सिंह, मोतीलाल प्रसाद, विजय मंडल और कृष्ण कुमार मंटू ने मंत्री पद के रूप में शपथ ली। जीवेश मिश्रा दूसरी बार मंत्री बनाए जा रहे हैं।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान थोड़ी देर में एक-एक कर सभी नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा समेत अन्य कई नेता मौजूद हैं।
दरभंगा से विधायक संजय सरावगी को राज्यपाल ने सबसे पहले शपथ दिलाई। उन्होंने मैथिली भाषा में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह वैश्य समाज से आते हैं।
इनके बाद सुनील कुमार को सरावगी को राज्यपाल ने मंत्री के रूप में शपथ दिलाई। वह नालंदा जिले के बिहारशरीफ से बीजेपी के विधायक हैं। वह कोइरी समाज से आते हैं।
जीवेश मिश्रा दूसरी बार मंत्री बने
दरभंगा जिले के जाले से बीजेपी के विधायक जीवेश मिश्रा दूसरी बार नीतीश सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने भी मैथिली भाषा में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह भूमिहार जाति से आते हैं।
जीवेश मिश्रा के बाद मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज से बीजेपी के विधायक राजू कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। राजू सिंह इससे पहले जेडीयू, लोजपा और वीआईपी में रह चुके हैं।
इसके बाद सीतामढ़ी जिले की रीगा विधानसभा से बीजेपी के दो बार के विधायक मोतीलाल प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मोतीलाल तेली समाज से आते हैं।
सारण जिले के अमनौर से बीजेपी के विधायक कृष्ण कुमार मंटू उर्फ मंटू सिंह पटेल ने भी मंत्री पद की शपथ ली। मंटू अमनौर से दो बार के विधायक हैं। इससे पहले वह जेडीयू में रह चुके हैं। सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के करीबी माने जाते हैं। वह कुर्मी समाज से आते हैं।
सबसे आखिर में अररिया जिले के सिकटी से विधायक विजय मंडल को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह पांच बार के विधायक हैं। पूर्व में राज्य मंत्री रह चुके हैं। वह आनंद मोहन की बिहार पीपल्स पार्टी, लालू यादव की आरजेडी में भी रह चुके हैं। सीमांचल में वह बीजेपी का पिछड़ा वर्ग का चेहरा माने जाते हैं।