स्पोर्ट्स डेस्क:जब टीम इंडिया आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के अपने अंतिम लीग चरण के मैच में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी, तो यह मुकाबला विराट कोहली का 300वां वनडे इंटरनेशनल मैच होगा। वे ऐसा करने वाले सातवें भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगे। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में शतक जड़ने वाले विराट कोहली फॉर्म में हैं और ऐसे में वे अपने 300वें इंटरनेशनल मैच को भी यादगार बनाना चाहेंगे, लेकिन इससे पहले जान लीजिए कि उन्होंने इस फॉर्मेट में कौन-कौन सी उपलब्धि अपने नाम की हुई है।
विराट कोहली ने 18 अगस्त 2008 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था और इसके साथ ही उन्होंने 50 ओवर के प्रारूप में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में भी विराट कोहली ने दमदार प्रदर्शन किया है, लेकिन उनके वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट के आंकड़ों को देखकर हर कोई यही कहता है कि विराट को यह फॉर्मेट सबसे ज्यादा पसंद आता है। इस फॉर्मेट में विराट ने कई सालों तक ना टूटने वाले रिकॉर्ड बनाए हैं और वे चेजमास्टर कहे जाते हैं।
दाएं हाथ के बल्लेबाज विराट कोहली अब तक खेले 299 वनडे मैचों में 58.20 की औसत और 93.41 की स्ट्राइक रेट से 14,085 रन बनाए हैं, जिसमें 51 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 183 है। वह कुमार संगकारा (404 मैचों में 25 शतकों के साथ 14,234 रन) और सचिन तेंदुलकर (463 मैचों में 18,426 रन) के बाद इस प्रारूप में तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं और भारत के दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में हैं।
दिल्ली में जन्मे विराट कोहली 51 शतकों के साथ वनडे इंटरनेशल क्रिकेट में सबसे अधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हुए हैं। उन्होंने 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल के दौरान अपने आदर्श सचिन को पीछे छोड़ा था। उस मैच को देखने के लिए सचिन भी पहुंचे थे। 100 से अधिक वनडे पारी खेलने वाले बल्लेबाजों में विराट का बल्लेबाजी औसत अब तक का सबसे बेहतरीन है। अगर वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 30 से ज्यादा पारियों के हिसाब से देखा जाए तो वे नीदरलैंड के रेयान टेन डोशेट (32 पारियों में 67.00 की औसत से 1,541 रन) और शुभमन गिल (52 पारियों में 62.13 की औसत से 2,734 रन) उनसे आगे हैं।
इतना ही नहीं, विराट ने लगातार अच्छे स्कोर बनाने की आदत बना ली है और अपने करियर के मील के पत्थर की ओर बढ़ रहे हैं और वह वनडे में 8,000 रन (175 पारी), 9,000 रन (194 पारी), 10,000 रन (205 पारी), 11,000 रन (222 पारी), 12,000 रन (242 पारी), 13,000 रन (287 पारी) और 14,000 (299 पारी) रन तक पहुंचने वाले सबसे तेज खिलाड़ी हैं।
विराट कोहली को चेज मास्टर कहा जाता है, क्योंकि वह सफल रन-चेज के दौरान 105 मैचों में की 99 पारियों में 89.59 की शानदार औसत और 96.74 की स्ट्राइक रेट से 24 शतक और 25 अर्धशतक के साथ 5,913 रन बना चुके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 2012 के एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ आया था, जब उन्होंने 183 रनों की पारी खेली थी। लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत की ओर बढ़ते हुए यह किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए सबसे ज़्यादा रन और सबसे ज्यादा शतक हैं।
उन्होंने 50 ओवर के विश्व कप के एक संस्करण में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया हुआ है, जिसमें उन्होंने 2023 में ब्रैडमैन की तरह 95.62 की औसत और 90.31 की स्ट्राइक रेट से 765 रन बनाए थे, जिसमें 11 पारियों में तीन शतक और छह अर्धशतक शामिल थे। उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का अवॉर्ड भी मिला था। विराट ने 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छह पारियों में 186 की औसत, तीन शतक और एक अर्धशतक के साथ 558 रन बनाकर एकदिवसीय द्विपक्षीय सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है।
एकदिवसीय मैचों में अपने अपार योगदान के लिए विराट कोहली को 2011-20 में ICC ODI प्लेयर ऑफ द डिकेड और 2012, 2017, 2018 और 2023 में ODI क्रिकेटर ऑफ द ईयर का पुरस्कार भी मिला है, जो किसी भी खिलाड़ी द्वारा जीत गए सबसे अधिक आईसीसी अवॉर्ड हैं। कप्तान के रूप में 95 एकदिवसीय मैचों में विराट ने टीम इंडिया को 65 मैचों में जीत दिलाई है। 27 मैच भारत हारा था, एक मैच टाई रहा था और दो मैच बेनतीजा रहे थे।