डेस्क:भारतीय जनता पार्टी मार्च के मध्य तक अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा करने वाली है। यह निर्णय पार्टी के संगठनात्मक चुनावों के बाद लिया जाएगा। भगवा पार्टी फिलहाल 13 से अधिक राज्यों में संगठनात्मक चुनाव में व्यस्त है। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव आंतरिक सहमति से किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि भाजपा के इतिहास में पहली बार किसी महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की संभावना है। इस बात की भी चर्चा है कि भाजपा दक्षिण भारत से किसी को यह जिम्मेदारी दे सकती है।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है कि भाजपा अगर किसी महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनती है तो महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और कोयंबटूर विधायक वनथी श्रीनिवासन या आंध्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दग्गुबाती पुरंदेश्वरी इस पद के लिए सबसे संभावित उम्मीदवार मानी जा रही हैं। दग्गुबाती पुरंदेश्वरी की दावेदारी इस पद के लिए सबसे अधिक है। 66 साल की पुरंदेश्वरी ने 2014 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन की थी और संगठनात्मक मामलों में उनका महत्वपूर्ण अनुभव है। वर्तमान में वह आंध्र प्रदेश में बीजेपी की अध्यक्ष हैं और एक तेज-तर्रार महिला नेता के रूप में जानी जाती हैं।
पुरंदेश्वरी को ‘दक्षिण की सुषमा स्वराज’ के नाम से भी जाना जाता है। उनकी शानदार भाषण क्षमता और पांच भाषाओं में प्रवीणता के कारण उन्हें बीजेपी के समर्थकों में व्यापक स्वीकृति प्राप्त है। वहीं, वनथी श्रीनिवासन पार्टी के रणनीतिकार और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा हाल ही में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होते देखा गया था। एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने बताया, “वह अपनी मोर्चा के तहत कई सफल कार्यक्रम आयोजन के लिए जानी जाती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा अमित शाह द्वारा उन पर भरोसा किया जाता है।”
सूत्रों ने यह भी संकेत दिया कि पार्टी के नए अध्यक्ष का चयन 50-70 वर्ष के आयु वर्ग में होगा। इस कारण से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर रेस से बाहर हो सकते हैं। वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी रेस में बताए जा रहे हैं। भाजपा अगर महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन नहीं करती है तो धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव और विनोद तावड़े भी संभावित उम्मीदवार बन सकते हैं।
उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम और गुजरात में अगले कुछ वर्षों में विधानसभा चुनाव होने हैं और पार्टी इन राज्यों के चुनावी प्रोफाइल को भी ध्यान में रखकर उम्मीदवारों के नामों पर विचार कर रही है।