डेस्क:उत्तर प्रदेश विधानसभा की गरिमा और स्वच्छता बनाए रखने के संकल्प को दोहराते हुए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने एक अनुशासनहीन घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। आज मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ होने से पहले विधानसभा मंडप के प्रवेश द्वार पर पान मसाला थूके जाने की सूचना मिलते ही उन्होंने तत्काल वहां जाकर सफाई सुनिश्चित करवाई और इस अव्यवस्थित व्यवहार की भर्त्सना की।
इसके बाद सदन को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विधानसभा के प्रति केवल किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि इस अनुशासनहीन कृत्य का वीडियो उपलब्ध है, परंतु किसी सदस्य को सार्वजनिक रूप से अपमानित करना उनका उद्देश्य नहीं है। इसके बावजूद उन्होंने सभी सदस्यों से अपील की कि यदि भविष्य में वे किसी को ऐसा करते देखें, तो उसे वहीं रोकें और विधानसभा की गरिमा बनाए रखने में सहयोग करें।
उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। सत्र के 9वें दिन मंगलवार को बजट पर चर्चा होगी। इससे पहले सोमवार को सदन में काफी गहमागहमी हुई थी। सपा के सदस्यों ने विश्वविद्यालयों में कार्य परिषद के चुनाव नहीं कराए जाने तथा कुलपतियों की नियुक्तियों में पीडीए के प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने के विरोध में सदन से वॉक-आउट कर दिया। इसके साथ ही विधानसभा में सोमवार को चार विभागों गन्ना, सिंचाई, कृषि और एमएसएमई विभाग का बजट पास हुआ। इसके साथ ही ऊर्जा और नगर विकास विभाग का बजट पेश हुआ। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विभाग के परिव्य को चुकाने और जरूरी खर्चों के लिए 9075 करोड़ 3 लाख 96000 रुपये का प्रस्ताव रखा। जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने 14033 करोड़ 8 लाख 47 हजार 3000 का बजट पेश किया। गन्ना विकास एवं चीनी मिले मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने 769 करोड़ 5 लाख 83 हजार और लघु उद्योग मंत्री राकेश सचान ने 3209 करोड़ 84 लाख 24000 रुपये बजट पेश किया। कटौती प्रस्तावों पर चर्चा के बाद इसे पास किया गया। इसके साथ ही नगर विकास और ऊर्जा विभाग का बजट भी पेश किया गया।