डेस्क:अरुणाचल प्रदेश में हाल ही में धर्मांतरण के खिलाफ एक कानून बनाया गया। इसके खिलाफ अरुणाचल प्रदेश क्रिश्चियन फोरम (ACF) के बैनर तले हजारों ईसाइयों ने गुरुवार को मोर्चा खोल दिया। ईटानगर के पास विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान अरुणाचल प्रदेश स्वतंत्रता धर्म अधिनियम (APFRA), 1978 के लागू किए जाने के खिलाफ आवाज उठाई गई।
आपको बता दें कि यह धर्म परिवर्तन के खिलाफ एक कानून है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश का चीन से सीमा संपर्क है और यहां हमेशा शांति बनी रही है, लेकिन इस कानून को लागू करने से राज्य में धार्मिक विभाजन बढ़ सकता है।
एसीएफ के अध्यक्ष तार्ह मिरी ने कहा कि दो लाख से अधिक ईसाई विभिन्न संप्रदायों से ताल्लुक रखते हुए ईटानगर के पास बोरम में एकत्रित हुए। ACF का कहना है कि APFRA, 1978 का लागू होना राज्य में ईसाई समुदाय के लिए हानिकारक होगा और उनके धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करेगा।
मिरी ने बताया कि पहले ACF ने विधानसभा के पास घेराव करने का निर्णय लिया था, जहां वर्तमान में बजट सत्र चल रहा है। बाद में उन्होंने ईटानगर के एक टेनिस कोर्ट में विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की अनुमति मांगी थी, जिसे प्रशासन ने अस्वीकार कर दिया।
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने पहले इस कानून के संदर्भ में लोगों से आग्रह किया था कि वे APFRA, 1978 को गलत रूप से व्याख्या न करें और इसके लिए नियम बनाए जा रहे हैं।