वॉशिंगटन: व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने विभिन्न देशों द्वारा अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने विशेष रूप से भारत द्वारा अमेरिकी शराब और कृषि उत्पादों पर लगाए गए ऊंचे शुल्क का जिक्र किया।
मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पारस्परिकता (reciprocity) में विश्वास रखते हैं और निष्पक्ष व संतुलित व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देना चाहते हैं।
लेविट ने कनाडा पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वह दशकों से अमेरिका और अमेरिकी नागरिकों का शोषण कर रहा है। उन्होंने कहा, “कनाडा ने वर्षों से अमेरिका के मेहनती लोगों को लूटा है। अगर आप टैरिफ दरों को देखेंगे तो यह अति गंभीर है।”
उन्होंने भारत और जापान द्वारा विभिन्न अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “भारत अमेरिकी शराब पर 150% और कृषि उत्पादों पर 100% टैरिफ लगाता है। क्या यह अमेरिकी बोरबन (शराब) के भारत में निर्यात में मदद कर रहा है? बिल्कुल नहीं।”
जापान पर भी कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, “जापान चावल पर 700% टैरिफ लगा रहा है। राष्ट्रपति ट्रम्प सिर्फ निष्पक्ष व्यापार की मांग कर रहे हैं, लेकिन कनाडा समेत कई देशों ने वर्षों से अमेरिका के साथ सही व्यवहार नहीं किया।”
रविवार को ट्रम्प ने कहा था कि भविष्य में मैक्सिको और कनाडा पर टैरिफ और बढ़ सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “पूरी दुनिया अमेरिका को लूटती रही है और अब हम अपना हक वापस लेंगे।”
ट्रम्प प्रशासन ने पहले ही मैक्सिको, कनाडा और चीन पर टैरिफ लगाए हैं। मार्च 7 को उन्होंने कुछ उत्पादों पर अल्पकालिक राहत दी थी, लेकिन 2 अप्रैल से बड़े टैरिफ लगाने की बात कही है।
पिछले हफ्ते, ट्रम्प ने भारत पर हमला बोलते हुए कहा था कि भारत पर कुछ भी बेचना “लगभग असंभव” है क्योंकि वहां टैरिफ बहुत अधिक हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत अब अपने टैरिफ कम करने को तैयार है, क्योंकि “अब उन्हें बेनकाब किया जा रहा है।”
व्हाइट हाउस में अपने संबोधन के दौरान ट्रम्प ने कहा, “भारत हम पर भारी टैरिफ लगाता है। कुछ भी बेचना बहुत मुश्किल है… लेकिन अब उन्होंने टैरिफ कम करने पर सहमति जताई है, क्योंकि आखिरकार कोई उनकी नीतियों को उजागर कर रहा है।”