नई दिल्ली: सरकारी टेलीकॉम कंपनियों भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) और महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) का निजीकरण नहीं किया जाएगा। यह जानकारी ग्रामीण विकास और संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने संसद में दी। उन्होंने बताया कि हाल ही में केंद्र सरकार ने BSNL के लिए 800 मिलियन डॉलर (करीब 6,640 करोड़ रुपये) की अतिरिक्त पूंजीगत व्यय योजना को मंजूरी दी है।
BSNL और MTNL की कमाई से जुड़ा अपडेट
डॉ. पेम्मासानी ने लोकसभा में बताया कि BSNL और MTNL ने वर्ष 2019 से अब तक भूमि, भवन, टावर और फाइबर के मुद्रीकरण (मोनेटाइजेशन) से कुल 12,984.86 करोड़ रुपये की कमाई की है।
- BSNL की कमाई: जनवरी 2025 तक भूमि और भवनों के मोनेटाइजेशन से 2,387.82 करोड़ रुपये मिले, जबकि टावर और फाइबर के मोनेटाइजेशन से 8,204.18 करोड़ रुपये की कमाई हुई।
- MTNL की कमाई: इसी अवधि में भूमि और भवनों से 2,134.61 करोड़ रुपये और टावर व फाइबर से 258.25 करोड़ रुपये की आय हुई।
BSNL ने 17 साल बाद कमाया मुनाफा
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में बताया कि BSNL ने अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही में 262 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। यह 17 वर्षों के बाद कंपनी का पहला मुनाफा है। उन्होंने कहा कि BSNL ने मोबाइल, फाइबर टू द होम (FTTH) और लीज्ड लाइन सेवाओं में 14-18% की वृद्धि दर्ज की है, जिससे कंपनी की आमदनी में सुधार हुआ है।
BSNL की सेवाओं से कितनी हुई कमाई?
- मोबाइल सेवाओं से: 15% की वृद्धि
- फाइबर टू द होम (FTTH) से: 18% की वृद्धि
- लीज्ड लाइन सेवाओं से: 14% की वृद्धि
BSNL ने अपनी वित्तीय लागत और समग्र खर्चों में कटौती की है, जिससे कंपनी का घाटा पिछले वर्ष की तुलना में 1,800 करोड़ रुपये कम हुआ। पिछले चार वर्षों में, BSNL की कर पूर्व आय (EBITDA) वित्त वर्ष 2023-24 तक बढ़कर 2,100 करोड़ रुपये हो गई, जो कि वित्त वर्ष 2019-20 में 1,100 करोड़ रुपये थी।
सरकार का क्या है प्लान?
सरकार BSNL और MTNL को फिर से मजबूत करने के लिए कई सुधारात्मक कदम उठा रही है। 800 मिलियन डॉलर की नई पूंजीगत योजना के तहत BSNL अपनी 4G और 5G सेवाओं को मजबूत करने पर फोकस कर रही है। इससे आने वाले वर्षों में सरकारी टेलीकॉम कंपनियों की प्रतिस्पर्धात्मकता और वित्तीय स्थिति में और सुधार होने की उम्मीद है।