डेस्क:पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक अलगाववादी समूह द्वारा अगवा किए गए 340 से अधिक ट्रेन यात्रियों को बुधवार को सुरक्षा बलों ने 30 घंटे की घेराबंदी के बाद मुक्त करा लिया। इस दौरान विद्रोहियों ने 27 छुट्टी पर जा रहे सैनिकों को गोली मार दी।
ट्रेन पर हमला और बंधक संकट
मंगलवार को बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने बलूचिस्तान के पहाड़ी इलाके में एक रेलवे ट्रैक को बम से उड़ाने के बाद एक ट्रेन पर हमला कर दिया। इस ट्रेन में लगभग 450 यात्री सवार थे।
सेना के एक अधिकारी के अनुसार, “346 बंधकों को सुरक्षित छुड़ा लिया गया और ऑपरेशन में 30 से अधिक आतंकवादी मारे गए।” हालांकि, अधिकारी ने नागरिक हताहतों की संख्या नहीं बताई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आतंकवादियों ने यात्रियों की पहचान पत्र जांचे और सैनिकों को चुनकर गोली मार दी। कुछ बुजुर्गों और महिलाओं को छोड़ दिया गया।
BLA की मांग और विद्रोही गतिविधियाँ
BLA ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए अपने गिरफ्तार सदस्यों की रिहाई की मांग की थी। बलूचिस्तान में लंबे समय से अलगाववादी गतिविधियां चल रही हैं, जहां विद्रोही बाहरी लोगों पर राज्य के प्राकृतिक संसाधनों के दोहन का आरोप लगाते हैं।
पाकिस्तान में बढ़ती हिंसा
बलूचिस्तान में पिछले कुछ वर्षों में हमलों में तेजी आई है, खासकर सुरक्षा बलों और बाहरी लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। हाल के वर्षों में विद्रोही समूहों ने राजमार्गों पर घात लगाकर यात्रियों की हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दिया है।
2024 पाकिस्तान के लिए सबसे हिंसक वर्षों में से एक रहा है, खासकर अफगान सीमा पर हिंसा बढ़ी है। इस्लामाबाद ने तालिबान पर विद्रोही गुटों को पनाह देने का आरोप लगाया है, जिसे काबुल ने खारिज किया है।